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छत्तीसगढ़ में पितृपक्ष से पहले 33’गढ़’:CM 9 सितंबर को करेंगे मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले का उद्घाटन; 10 को सक्ती होगा साकार

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छत्तीसगढ़ की बालोद पुलिस ने मंगलवार को इंड्स वेयर इंडस्ट्रीज नाम की चिटफंड कंपनी के फरार डायरेक्टर्स को गिरफ्तार कर लिया है। ये दोनों आरोपी साल 2019 से फरार थे। इन्हें छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य राज्य के विभिन्न जिलों की पुलिस तलाश कर रही थी, हालांकि बालोद पुलिस ने दोनों को पकड़ने में सफलता हासिल की। कंपनी के खिलाफ मध्यप्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और छत्तीसगढ़ में कुल 17 केस दर्ज हैं।

पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार यादव ने बताया कि बालोद पुलिस की टीम ने उत्तरप्रदेश के वाराणसी से इंड्स वेयर इंडस्ट्रीज के दोनों फरार डायरेक्टरों की गिरफ्तारी की है। दोनों लगातार अपना ठिकाना बदल रहे थे। इनमें से एक पहचान छिपाने के लिए किराना दुकान चला रहा था। आरोपियों पर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी का आरोप है।

पीड़ित ने की थी शिकायत

बालोद जिले के जितेन्द्र कुमार हिरवानी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि इंड्स वेयर इंडस्ट्रीज लिमिटेड नाम की चिटफंड कंपनी के संचालक ने एजेंट के माध्यम से लुभावनी स्कीम और अधिक ब्याज का लालच दिया था। जब अमाउंट मैच्योर हो गया, तो इन्होंने उनके पैसे नहीं लौटाए और फरार हो गए।

शिकायत के आधार पर बालोद थाने में IPC की धारा 420, 34, इनामी चिटफंड और धन परिचालन स्कीम पाबंदी अधिनियम 1978, छग निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया था। इनकी तलाश के लिए कई राज्यों की पुलिस अलग-अलग जगहों की खाक छानती रही और आखिरकार शातिर आरोपी कानून की गिरफ्त में आ ही गए।

बालोद SP जितेंद्र कुमार यादव ने एक विशेष टीम तैयार कर वाराणसी रवाना किया था। टीम के प्रभारी उपनिरीक्षक खगेंद्र पठारे ने आरोपी अरूणेश (उम्र 42 वर्ष) और बालचंद चौरसिया (उम्र 50) को वहां से गिरफ्तार कर लिया। अरूणेश मूल रूप से बिहार के पटना का रहने वाला है। वहीं बालचंद ग्राम परीवा पोस्ट ऑफिस सिंहपुर चट्टी गांव के पास थाना फेफना जिला बलिया (उत्तरप्रदेश) का रहने वाला है।

आरोपियों की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी बालोद निरीक्षक नवीन बोरकर, उपनिरीक्षक खगेन्द्र पठारे, आरक्षक प्रवीण साहू, भोपसिंह साहू, साइबर सेल से योगेश सिन्हा, मिथिलेश यादव की विशेष भूमिका रही।

1998 में बना था कोरिया, अब बंटकर मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर बनेगा

नये जिले मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर को कोरिया जिले से अलग कर बनाया गया है। खुद कोरिया जिला 1998 में ही सरगुजा जिले से अलग कर बनाया गया था। अब इसकी सीमाएं उत्तर में मध्य प्रदेश के सीधी जिले की कुसमी तहसील, मध्य प्रदेश का सिंगरौली जिला, दक्षिण में कोरबा जिले की पोड़ी-उपरोड़ा और सूरजपुर की रामानुजनगर तहसील आएगी। पूर्व में कोरिया की बैकुण्ठपुर और सोनहत तहसील। पश्चिम में जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही और मध्य प्रदेश का अनूपपुर और शहडोल जिला आएगा। इस जिले की अनुमानित जनसंख्या चार लाख 11 हजार 515 बताई जा रही है। इसमें उपखंड मनेन्द्रगढ़, तहसील मनेन्द्रगढ़ एवं केल्हारी तथा उपखंड भरतपुर, तहसील भरतपुर तथा उपखंड खड़गंवा-चिरमिरी, तहसील खड़गंवा को शामिल किया गया है।