Home छत्तीसगढ़ त्योहारी सीजन में यात्रियों को फिर परेशानी प्रदेश से गुजरने वाली 58...

त्योहारी सीजन में यात्रियों को फिर परेशानी प्रदेश से गुजरने वाली 58 ट्रेनें कैंसिल, इस माह तीसरी बार

13
0

छत्तीसगढ़, खासकर राजधानी रायपुर के स्टेशन स्टेशन से गुजरने वाली 58 और ट्रेनों को रेलवे ने सोमवा को एक आदेश जारी कर रद्द कर दिया है। इस बार राजनांदगांव और कलमना रेलवे स्टेशन के बीच ऑटो सिग्नलिंग और नॉन इंटरलॉकिंग करने का हवाला देकर 58 ट्रेनें कैंसिल की गई हैं। सभी ट्रेनें 29 अगस्त की सुबह दस बजे से 06 सितंबर तक रद्द रहेंगी।

चार ट्रेनों को उनके गंतव्य से पहले समाप्त कर रवाना किया जाएगा। अगस्त में तीसरी बार रेलवे ने इतनी बड़ी संख्या में ट्रेनें रद्द की हैं। इससे पहले 1 से 3 अगस्त तक 28 तथा 6 से 15 अगस्त तक 68 ट्रेनों को कैंसिल किया गया था। ट्रेनों के अचानक रद्द होने यात्रियों को यात्रा रद्द करनी पड़ रही है।

यही नहीं, कुछ ट्रेनों को रेलवे ने बीच में ही समाप्त करने की घोषणा की है। जैसे, 30 अगस्त से 4 सितम्बर तक मुंबई-गोंदिया विदर्भा एक्सप्रेस को नागपुर स्टेशन में ही समाप्त होगी। 31 अगस्त 5 सितम्बर तक गोंदिया- मुंबई विदर्भा एक्सप्रेस नागपुर स्टेशन से ही मुंबई के लिए रवाना होगी। 30 अगस्त से 4 सितम्बर छत्रपति महाराज टर्मिनल – गोंदिया एक्सप्रेस को नागपुर स्टेशन में ही समाप्त किया जाएगा। इसी ट्रेन को उक्त अवधि में यानी 1 से 6 सितम्बर के बीच नागपुर स्टेशन से छत्रपति महाराज टर्मिनल के लिए रवाना किया जाएगा।

61 रद्द हुई थीं 21 को
इससे पहले 21 अगस्त को एक साथ 61 ट्रेनें रद्द की गई थीं। इनमें से 44 ट्रेनें सोमवार से ही शुरू होनी थीं। तब बिलासपुर रेलखंड में हिम गिर स्टेशन में चौथी लाइन के काम का हवाला दिया गया था। कैंसिलेशन के उस आदेश से मुंबई-हावड़ा रूट की ट्रेनें प्रभावित हुई थीं। जानकारों के मुताबिक पुराने आदेश में शामिल कुछ ट्रेनों को नए आदेश में भी कैंसिल रखा गया है।

इस साल ट्रेनें रद्द करने के 77 आदेश
इस साल यानी जनवरी से अब तक 8 महीने (235 दिन) में बिलासपुर जोन से ट्रेनों को रद्द करने के लिए कुल 77 आदेश जारी किए जा चुके हैं। इन आदेशों में 5322 ट्रेनें हैं। छत्तीसगढ़ से गुजरनेवाली आधी से ज्यादा यात्री ट्रेनें लगभग हर आदेश में हैं, इसलिए संख्या 5 हजार से पार है।

जानकारों के मुताबिक छत्तीसगढ़ से गुजरनेवाली ऐसी कोई ट्रेन नहीं बची, जो इस साल कभी न कभी रद्द की गई है। अधिकांश ट्रेनें अलग-अलग रूट में नॉन इंटरलॉकिंग के काम की वजह से रद्द की गईं। सबसे दिलचस्प बात ये है कि यात्री ट्रेनें तो धड़ाधड़ रद्द की जा रही हैं, यात्री परेशान हो रहे हैं लेकिन मालगाड़ियां एक भी नहीं रुक रही हैं। इन्हें चलाने और लदान में बिलासपुर जोन लगातार नए-नए रिकार्ड बना रहा है। अभी जोन से रोजाना 350 मालगाड़ियां चल रही हैं। अगले एक हफ्ते तक पैसेंजर ट्रेनें कैंसिल रहेंगी, लेकिन मालगाड़ियों का परिचालन प्रभावित नहीं होगा।