दल्ली राजहरा माइंस के ठेका मजदूर शुक्रवार सुबह से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठ गए। जैसे ही BSP को इसकी जानकारी हुई वह हड़बड़ा गई। कुछ ही घंटों के भीतर माइंस प्रबंधन हरकत में आया, चर्चा के लिए हामी भरी। इसके बाद मजदूर संघ के प्रतिनिधियों से प्रबंधन ने चर्चा की। चर्चा के दौरान यूनियन के पदाधिकारियों ने अपनी सारी मांगें रखीं। प्रबंधन ने उनकी मांगों को माना। तब ठेका मजदूर हड़ताल से लौटे।
माइंस के अधिकारियों ने हड़ताल का आह्वान व समर्थन करने वाली यूनियन के प्रतिनिधियों को चर्चा के लिए बुलाया। चर्चा के दौरान प्रबंधन की ओर से जीएम इंचार्ज आरसी बेहरा, चिन्ताला श्रीकांत, जीएम आईओसी राजहरा, प्रशांत सिरपुरकर जीएम दल्ली माइंस मौजूद रहे। यूनियन ने ठेका मजदूरों को खदान भत्ता दिए जाने की मांग रखी। यूनियन ने कहा कि खदान भत्ता ठेका मजदूरों को दिया जाए। इस पर यह सहमति बनी कि हर दिन ठेका मजदूरों को 100 रुपए बतौर खदान भत्ता दिया जाएगा। यह 1 अगस्त 2022 से लागू किया जाएगा। इस मांग को लेकर ठेका मजदूर काफी लंबे समय से लड़ाई लड़ रहे थे।
हड़ताल के बाद शुरू हुआ काम
शुक्रवार सुबह से दल्ली व राजहरा माइंस के 100 फीसदी ठेका मजदूर हड़ताल पर चले गए थे। इससे पहली पाली में काम नहीं शुरू हो सका था। नियमित कर्मचारी ही कुछ काम कर रहे थे। ठेका मजदूरों के हड़ताल पर होने से वहां का 70 फीसदी काम प्रभावित रहा। जब हड़ताल खत्म हुई तो उसके बाद दूसरी पाली में वहां का काम शुरू हुआ।
नियमित कर्मियों की तर्ज पर मिलेगा नाइट अलाउंस
यूनियन ने बताया कि प्रबंधन ने खदान के ठेका मजदूरों को भी माइंस के नियमित कर्मियों की तर्ज पर 90 रुपए नाइट अलाउंस दिए जाने की सहमति दे दी है। अब रात में काम करने वाले दोनों ही कर्मचारियों को यह अलाउंस मिलेगा। पहले यह केवल नियमित कर्मियों को दिया जाता था।
ठेका मजदूरों के परिवार को मिलेगी मुफ्त चिकित्सा सुविधा
माइंस के ठेका मजदूरों व उनके परिवारों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा दिए जाने पर भी सहमति बन गई है। बीएसपी प्रबंधन ने बताया कि 16 अगस्त को भिलाई इस्पात संयंत्र से स्वास्थ्य विभाग की टीम दल्ली राजहरा जाएगी। वहां ठेका श्रमिकों व उनके परिवारों की संख्या व अन्य जानकारी लेगी। इसके बाद उन्हें मुफ्त चिकित्सा व शिक्षा की सुविधा दिए जाने को लेकर चर्चा की जाएगी। सहमति बनते ही इसे लागू कर दिया जाएगा। यूनियन के नेताओं का कहना है कि इस माह के अंत तक इसे लागू कर दिया जाएगा।
मजदूरों को दो माह का मिलेगा एरियर
खदान भत्ता दिए जाने की बात को BSP प्रबंधन ने 1 अप्रैल 2022 से लागू करने को कहा था। 4 महीने बीत जाने के बाद भी इसे लागू नहीं किया जा सका है। प्रबंधन ने इस बात पर सहमति दी है कि वो दो माह का एरियर का भुगतान भी करेगा। हड़ताल पर जाने का फैसला पहले सीटू व सीएमएसएस ने किया था। बाद में बीएमएस, इंटक, एसकेएमएस ने भी हड़ताल का समर्थन किया था।