छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में मौसमी बीमारियों ने जमकर कहर बरपाया है। पिछले करीब 15 से 20 दिनों में डेंगू के 450 मरीज मिल चुके हैं, जबकि 4 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, जापानी बुखार के भी केस बढ़ते जा रहे हैं। इसके अब तक 11 मरीज मिले हैं, जबकि 1 बच्चे की मौत हुई है। बस्तर कलेक्टर गांवों से लेकर शहर के वार्डों में जाकर मौके का जायजा ले रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम इन मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए लगातार दवा का छिड़काव भी करवा रही है।
दरअसल, शनिवार को 89 लोगों की डेंगू की जांच की गई, जिनमें 39 नए मरीज मिले हैं। पॉजिटिव मरीजों में शहरी लोगों की संख्या ज्यादा है। वहीं पिछले 15 दिनों में जापानी बुखार के जगदलपुर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 1-1 मरीज, बकावंड में 1, दरभा में 4, बस्तर ब्लॉक में 3 और लोहंडीगुड़ा में 2 मरीजों की पहचान की गई है। जापानी बुखार से बचने के लिए बच्चों को टीका लगाने में भी जोर दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की माने तो जापानी बुखार 1 से लेकर 15 साल तक बच्चों को अपनी चपेट में लेता है।
ऐसे होता है जापानी बुखार
शिशु विशेषज्ञों के अनुसार, तो जलीय पक्षी, सुअर और डेंगू के मच्छर से जापानी बुखार फैलता है। इस बीमारी से बच्चे की सोचने-समझने और सुनने की क्षमता पर प्रभाव पड़ता है। तेज बुखार के साथ बार-बार उल्टी होती है। यदि इस बीमारी से मरीज का समय पर इलाज नहीं किया जाता है तो जान भी जा सकती है। इधर, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि, गांव-गांव में जाकर बच्चों को जेई का टीका लगाया जा रहा है।
अब 500 रुपए में होगी डेंगू की जांच
जगदलपुर के निजी पौथोलॉजी लैब में अब 500 रुपए में डेंगू की जांच की जाएगी। इससे पहले 600 रुपए या इससे अधिक रुपए लिए जाते थे। लेकिन, शनिवार को प्रशासन के साथ हुई बैठक में निजी पैथोलॉजी लैब संचालकों ने 100 रुपए कम कर जांच के लिए 500 रुपए फिक्स करने पर अपनी सहमति दी है। प्रशासन और लैब संचालकों की इस पहले के बाद अब लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी।
कलेक्टर ने इन वार्डों का लिया जायजा
कलेक्टर चंदन कुमार ने जगदलपुर शहर के माता संतोषी वार्ड, महेंद्र कर्मा वार्ड का जायजा लिया। यहां डेंगू, मलेरिया रोग के रोकथाम के लिए वार्डों में किए जा रहे दवा का छिड़काव करने का कार्य का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। लोगों को डेंगू और मलेरिया के प्रति जागरूक रहने के साथ स्वच्छता का विशेष ध्यान देने के संबंध में भी चर्चा किए। कलेक्टर ने निगम आयुक्त को शहर के वार्डों में लगातार दवा का छिड़काव करने के साथ ही लोगों में जागरूकता लाने के संबंध में मुनादी कराने के निर्देश दिए।