छत्तीसगढ़ में राजनीतिक ड्रामा बढ़ता जा रहा है। भाजपा विधायकों ने राज्य सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भेजा है। विधानसभा सचिवालय को लिखित प्रस्ताव भेजकर इसपर चर्चा की मांग की गई है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा, आज के हालात को देखते हुए इस सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा, जिस प्रकार छत्तीसगढ़ में सरकार चल रही है, चुनाव से पहले जो वादा किया था, सरकार में आने के बाद वादाखिलाफी किया है। यहां पर हत्या, आत्महत्या, सामूहिक आत्महत्या और अनाचार की घटनाएं बढ़ी हैं। लगातार चोरी और डकैती बढ़ी है। आज तो बसपा के हमारे विधायक केशव चंद्रा जी के घर में भी चोरी हो गई। मतलब जनप्रतिनिधि के घर भी सुरक्षित नहीं है। इतना मनोबल बढ़ा हुआ है। अभी जो संवैधानिक संकट की स्थिति निर्मित हुई है, इन सब बातों को लेकर करके हमने इस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिया है। हम अध्यक्ष जी से निवेदन करेंगे कि इसमें चर्चा कराई जाए। इस अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार करें क्योंकि अब इस सरकार को एक मिनट भी सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है।
प्रस्ताव पर जनता कांग्रेस का भी साथ
भाजपा विधायकों ने दावा किया है कि अविश्वास प्रस्ताव पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का भी उनको समर्थन है। विधानसभा में भाजपा विधायक दल के सचेतक शिवरतन शर्मा ने व्हिप भी जारी किया है। इसका मतलब है कि प्रस्ताव के समर्थन में सभी विधायकों को एकजुट रहना है।
सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा
छत्तीसगढ़ में भाजपा के पास 14 विधायक हैं। जनता कांग्रेस भी अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करे तो यह संख्या 17 हो जाएगी। सत्ताधारी दल कांग्रेस के 71 विधायक हैं। ऐसे में पूरा विपक्ष यानी बसपा के दो विधायक भी मिल जाएं तो भी सरकार गिराने लायक जादुई संख्या तक नहीं पहुंच पाएंगे। फिलहाल इस प्रस्ताव के जरिए विपक्ष एक अबाधित चर्चा चाहता है ताकि सरकार को घेरा जा सके।