प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा सदस्य और पंजाब के वरिष्ठ नेता सुखदेव सिंह ढींढसा के साथ सोमवार को मुलाकात की. ढींढसा की पार्टी शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ भाजपा ने पंजाब में गठबंधन किया है जिसके तहत अकाली दल संयुक्त पंजाब की 15 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. ढींढसा एक समय पंजाब के कद्दावर नेताओं में शामिल थे. वे 70 के दशक से शिरोमणि अकाली दल में शामिल थे लेकिन 2020 में वे इससे अलग हो गए. वाजपेयी सरकार में ढींढसा केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं. पीएम के साथ उनकी मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है. पंजाब में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जारी प्रचार अभियान के बीच दोनों नेताओं की यह मुलाकात संसद भवन में हुई. मोदी ने इस मुलाकात की एक तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया, राज्यसभा सांसद सरदार सुखदेव सिंह ढींढसा से शानदार मुलाकात हुई. प्रमुख विषयों पर उनके गहरे विचार सुनना हमेशा आनंददायक होता है. पंजाब की प्रगति के लिए उनका जज्बा हमेशा दिखाई देता है.
भाजपा ने पंजाब में पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव ढींढसा के नेतृत्व वाले शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) ने साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है. सीटों के तालमेल के मुताबिक भाजपा 65 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी जबकि पंजाब लोक कांग्रेस 37 और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) 15 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
एक समय अकाली के कद्दावर नेता रहे
ढींढसा एक समय शिरोमणि अकाली दल के कद्दावर नेता रहे हैं. 70 के दशक से ही वे शिरोमणि अकाली दल में शामिल थे. ढींढसा वाजपेयी सरकार में केमिकल एंड पर्टिलाइजर मंत्रीर हे हैं. उन्होंने किसानों के मुद्दे पर 2020 में पद्म भूषण सम्मान लौटाने का फैसला किया था. 2020 में ही सुखवीर सिंह बादल के साथ उनका गहरा मतभेद हो गया था. उन्होंने शिरोमणि अकाली दल पर दावा किया लेकिन बाद में शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) बना ली.
गठबंधन से पहले रखी थी तीन मांगें
गठबंधन से पहले अकाली दल संयुक्त के अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींढसा ने भाजपा हाईकमान व मोदी सरकार के समक्ष पंजाब के लिए तीन मांगें रखी थी. इनमें सिख सिख कैदियों की रिहाई, पंजाब को चंडीगढ देने और पंजाब को आर्थिक पैकेज देने की मांग की गई थी. हालांकि भाजपा ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी. ढींढसा ने कुछ दिन पहले गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी. प्रधानमंत्री के साथ उनकी मुलाकात को राज्य में हो रहे चुनाव के साथ जोड़कर देखा जा रहा है. पंजाब की 117 विधानसभा सीट के लिए 20 फरवरी को मतदान होना है.