यूपी में विधानसभा चुनाव का बिगुल बजते ही सियासी दल उम्मीदवारों को लेकर मंथन में जुटे हुए हैं. इस बीच राज्य की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने भी गुरुवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक की. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार को बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक के दौरान शुरुआती तीन चरणों के उम्मीदवारों के नामों पर विचार किया गया. इस दौरान महिलाओं, पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों को भी उचित प्रतिनिधित्व मिले इसका भी ध्यान रखा गया है.
बीजेपी में कई विधायकों के कट सकते हैं टिकट
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन 170 सीटों में से 15 से 20 फीसदी मौजूदा विधायकों के टिकट कट सकते हैं. शुरुआती 3 चरणों में मौजूदा मंत्रियों में से लगभग सभी अपनी अपनी सीटों से ही चुनाव लड़ेंगे. बताया जा रहा है कि महिलाओं के साथ-साथ जातिगत समीकरणों का पूरा ख्याल रखा गया है. हालांकि इन जातिगत समीकरणों की वास्तविक स्थिति पूरी लिस्ट जारी होने के बाद ही पता चल पाएगी.
यूपी में कुल 403 सीटों पर सात चरणों में चुनाव
उत्तर प्रदेश विधानसभा की कुल 403 सीटों पर कुल सात चरणों में 10, 14, 20, 23, 27 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. वही छठा चरण तीन मार्च को जबकि सातवें चरण में 7 मार्च को मतदान होना है. पहले चरण के दौरान पश्चिमी यूपी में अलग-अलग सियासी दलों के उम्मीदवारों के बीच जोर आजमाइश होगी. इनमें कैराना, मुजफ्फरनगर, सरधना, मेरठ और नोएडा की सीटों पर खास नजर होगी.