उत्तर प्रदेश की सियासत के मंझे हुए खिलाड़ी और इस बार अखिलेश यादव के साथ चुनाव लड़ रहे ओमप्रकाश राजभर एबीपी न्यूज़ के खास चुनावी कार्यक्रम घोषणापत्र में शामिल हुए. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजभर इससे पहले बीजेपी के साथ गठबंधन में थे, लेकिन इस बार वो पाला बदल चुके हैं.
ओपी राजभर ने बताया अपना एजेंडा
ओमप्रकाश राजभर ने एबीपी न्यूज के घोषणापत्र में अपना चुनावी एजेंडा बताते हुए कहा कि, उत्तर प्रदेश में दो तरह की शिक्षा है. अमीर के लिए अलग और गरीब के लिए अलग शिक्षा है. हमारी पार्टी समान शिक्षा के पक्ष में है. साथ ही उन्होंने कहा कि, कई दलित और पिछड़े वर्गों की यूपी में गिनती ही नहीं है. इनके लिए जातीय जनगणना होनी चाहिए.
राजभर ने महंगाई के मुद्दे पर योगी और मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि, गरीब तबका महंगाई से निजात चाहता है. कमाई आधी हो गई और महंगाई चार गुना बढ़ गई. राजभर ने कहा कि हम एक ऐसा यूपी चाहते हैं जहां गरीबों का इलाज मुफ्त में हो और उसका सारा पैसा सरकार दे. इसके अलावा ओपी राजभर ने जतीय आरक्षण का भी जिक्र किया. साथ ही कहा कि हम लोग सामाजित न्याय समिति की रिपोर्ट को लागू करेंगे.
दल बदल की राजनीति को कैसे स्वीकार करेगी जनता?
पहले योगी आदित्यनाथ फिर ओवैसी और अब अखिलेश के साथ आने पर जनता आपको क्यों वोट दे? इस सवाल पर ओपी राजभर ने कहा कि, एक समय था जब कांग्रेस की सरकार थी, बाबा साहब अंबेडकर ने पिछड़े समाज के लिए एक प्रस्ताव रखा लेकिन कांग्रेस ने इनकार कर दिया. इसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया. उन पर लोगों ने विश्वास किया. पिछड़े दलित और वंचित समाज के लोगों ने विश्वास किया. उसी तरह ओमप्रकाश राजभर ने इन्हीं चीजों को लेकर अपना इस्तीफा दिया. इन्हीं बातों को लेकर मैं बीजेपी के पास भी गया था. उन्होंने हमारे साथ यूज एंड थ्रो वाली नीति अपनाई.
अखिलेश यादव से सभी मुद्दों पर फाइनल हो चुकी है बात
ओपी राजभर ने बताया कि अब समाजवादी पार्टी के साथ तमाम मुद्दों पर पहले ही बातचीत तय हो चुकी है. क्योंकि हम एक बार धोखा खा चुके हैं. हमने अखिलेश से कहा कि जातिवार जनगणना होगी या नहीं… हम तो 6 महीन में कह रहे थे लेकिन उन्होंने कहा कि सरकार बनने के तीन महीने में ये हो जाएगा. हमने बिजली का बिल कम करने को कहा तो उन्होंने कहा कि हम 300 यूनिट बिजली यूपी में सभी को फ्री में देंगे. गरीबों का फ्री में इलाज करेंगे.
जब ओपी राजभर से पूछा गया कि क्या ये भी तय हो चुका है कि उनकी पार्टी को यूपी चुनाव में कितनी सीटें दी जाएंगीं. इस पर उन्होंने कहा कि, अभी सिर्फ मुद्दों पर बातचीत तय हुई है, सीटों को लेकर कुछ तय नहीं हुआ है. हमें सीटों से ज्यादा मतलब नहीं है. सीट का कोई झगड़ा नहीं है, हम चार सीटें पहले ही जीत चुके थे उन पर तो तय है. बाकी जिन सीटों पर लड़ना होगा हम लड़ेंगे.