जिस रफ्तार से दुनिया भर में कोरोना (Corona virus) की लहर फिर से फैल रही है, उससे हर कोई खौफ में है. ओमिक्रॉन (Omicron) के मामले खतरनाक तरह से पूरी दुनिया को अपने चपेट में ले रहे हैं. अब तक 128 देशों में ओमिक्रॉन के मामले की पुष्टि हो चुकी है. ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की प्रमुख वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन (Soumya Swaminathan) ने दुनिया को आगाह करते हुए कहा है कि ओमिक्रॉन को कमजोर समझने की भूल नहीं करनी चाहिए. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा है कि ओमिक्रॉन को आम सर्दी की भूल नहीं करनी चाहिए. यह बहुत तेजी से लोगों को संक्रमित कर रहा. इससे स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा सकती है. (Health systems can get overwhelmed)
सौम्या स्वामीनाथन ने विश्व से अपील की कि बड़ी संख्या में मरीजों के परीक्षण, सलाह और निगरानी के लिए सिस्टम का मजबूत होना महत्वपूर्ण है क्योंकि ओमिक्रॉन के मामले में वृद्धि अचानक और बहुत तेजी से हो सकती है.
ओमिक्रॉन भी खतरनाक- प्रमुख विषाणु वैज्ञानिक
कुछ रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि ओमिक्रॉन से अस्पताल पहुंचने का जोखिम बहुत कम है. इस मुद्दे पर विषाणु वैज्ञानिक और कोविड-19 टेक्निकल टीम (COVID-19 Technical Lead) की प्रमुख मारिया वेन करखोवे (Maria Van Kerkhove) ने भी कहा है कि ओमिक्रॉन सामान्य सर्दी नहीं है. उन्होंने ट्वीट किया, बेशक कुछ रिपोर्ट में डेल्टा की तुलना में ओमिक्रॉन से संक्रमित होने के बाद अस्पताल पहुंचने का जोखिम कम बताया जा रहा है लेकिन अब भी इससे बहुत तेजी से लोग संक्रमित हो रहे हैं. यहां तक कि डेल्टा और ओमिक्रॉन दोनों वेरिएंट से संक्रमित लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं और मर भी रहे हैं. हम जीवन को बचाने के लिए संक्रमण को रोक सकते हैं. इसलिए हमें वैक्सीन असमानता को खत्म करना होगा.