Home देश 13000 मरीजों पर होगा पहली मोलनुपीराविर एंटी-वायरल पिल का ट्रायल, 3 महीने...

13000 मरीजों पर होगा पहली मोलनुपीराविर एंटी-वायरल पिल का ट्रायल, 3 महीने में सरकार को रिपोर्ट देगी कंपनियां

16
0

केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की एक विशेषज्ञ समिति ने देश में कोविड की दवा मोलनुपीराविर (Molnupiravir) की आपात स्थिति में नियंत्रित उपयोग की सिफारिश की है. देश की पहली मौखिक एंटी-वायरल कोविड गोली कितनी सुरक्षित है इसका आकलन 13000 रोगियों पर किया जाएगा. न्यूज18डॉट कॉम को मिली जानकारी के मुताबिक 13000 रोगियों पर इस गोली का परीक्षण किए जाने के बाद कंपनियों को सरकार को एक रिपोर्ट पेश करनी होगी.

बता दें कि डॉ. रेड्डीज लैब ने सिपला, मिलान, टोरेंट, एमक्योर और सन फार्मा के साथ मिलकर आपात स्थिति में मोलनुपीराविर के उपयोग की अनुमति देने का अनुरोध किया है. उन्होंने इसके साथ सभी जरूरी दस्तावेज और परीक्षणों के परिणाम आदि को भी शामिल किया है. ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) – देश में उपयोग के लिए नई दवाओं और टीकों को मंजूरी देने वाले शीर्ष प्राधिकरण ने फार्मा कंपनियों को 13 शर्तों का पालन करने के लिए कहा है.

DCGI वीजी सोमानी द्वारा जारी और हस्ताक्षरित शर्त के मुताबिक, कंपनियां गोली की सुरक्षा का आकलन करने के लिए पहले 1,000 रोगियों पर पोस्ट मार्केटिंग सर्विलांस (PMS) अध्ययन करेंगी. इसका मतलब है कि सभी 13 कंपनियां 13,000 मरीजों पर अतिरिक्त डेटा जेनरेट करेंगी. डाटा तैयार करने के बाद कंपनियों को परीक्षण का विवरण 3 महीने के भीतर सरकार को पेश करना होगा. जिन रोगियों को दवा दी गई है, उनके विकसित होने वाले डेटा को अध्ययन करने के लिए कंपनियों के साथ साझा किया जाएगा.

जिन्हें बीमारी से ज्यादा खतरा, उन्हें मिलेगी यह दवा
उन्होंने कहा कि आपात स्थिति में दवा का उपयोग कोविड-19 के वयस्क मरीजों पर ‘एसपीओ2’ 93 प्रतिशत के साथ किया जा सकेगा और उन मरीजों को यह दवा दी जा सकेगी जिनको बीमारी से बहुत ज्यादा खतरा हो.
शर्तों के साथ बिकेगी दवा
रिपोर्ट के मुताबिक, कोविड-19 की आपात स्थिति और मेडिकल जरूरतों को ध्यान में रखते हुए समिति ने देश में आपात स्थिति में मोलनुपीराविर के नियंत्रित उपयोग के लिए दवा के उत्पादन और बिक्री की अनुमति देने की सिफारिश की है. दवा का उपयोग वयस्क मरीजों पर एसपीओ2 93 प्रतिशत के साथ और उन मरीजों के लिए किया जा सकेगा जिनको बीमारी से बहुत ज्यादा खतरा, जैसे अस्पताल में भर्ती होने और मरने की स्थिति का हो. शर्तों के अनुसार, विशेषज्ञ डॉक्टरों के पर्चे पर ही दुकानों में यह दवा बेची जाए. शर्तों के अनुसार, इस दवा का उपयोग 18 साल से कम आयु के लोगों पर नहीं किया जा सकेगा.