✍…”जब कोतवाल घर का तो डर काहे का” जब सरकार अपनी व नेता घर का तो डर काहे का…
✍…शिक्षा विभाग के अधिकारी पर नेतासाही हावी, संबंधित अधिकारी शिक्षको की लापरवाही पर मौन…
देवरी, सागर मध्यप्रदेश। त्रिवेन्द्र जाट “मेरूवाणी डाॅट इन”…
देवरी में शिक्षा विभाग में आजकल लापरवाही तथा अनियमितता साफ तौर पर देखनें को मिल रही है और सरकारी कर्मचारियों पर नेतासाही हावी होती नजर आ रही है, देवरी के कई स्कूल ऐसे है जिनमें बच्चों के भविष्य को बेधड़क खतरे में डाला जा रहा है वहां के शिक्षण गणों की लापरवाही के कारण बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड तथा शिक्षा में लगातार अनियमितता हो रहा है, वहीं नेतासाही इनके उच्च अधिकारियों पर इतनी हावी है कि बच्चो के भविष्य की चिन्ता न करके ऐसे लापरवाह शिक्षकों को संरक्षण दिए हुए है जो मनमर्जी से स्कूल को टाइप पास बना के हजारों रूपयों की मुफ्त में पेमेंट पा रहे है, जिसकी दम पर नेता गिरी कर रहे ये लापरवाह शिक्षक कुछ छुटभैय्ये नेताओं के चाटुकार होते है और वे नेता लोग भी गजब के होते है जो इन लापरवाह शिक्षकों की चाटुकारिता को महत्व देते है और गरीब तथा बेगुनाह बच्चो के भविष्य के साथ हो रहे खिलवाड़ में अपना भी सहयोग समाहित करते हैं।
स्कूलों के बेगुनाह बच्चों एवं इनके परिवार वालों की बद्दुआ भी जमकर लेते है, मगर इन चाटूकार शिक्षकों की गलतियों नजर अदाज करके इन्हें महत्व ही देते है एवं कई शिक्षक ऐसे है जो इन अधिकारी गणों को रिश्वत देकर अपनें मनचाहे स्थान पर अटेच होकर बैठे है।
देवरी के प्रत्येक संकुल स्तर पर शिक्षकों से वेतन निर्धारण के नाम भारी लूट की जा रही है, वहीं अधिकारी गण शिक्षकों पर नोटिस की कार्यवाही कर दबाब बनाकर पैसे बसूलते है, देवरी में ऐसे ढ़ेरों स्कूल है जिनमें आए दिन लापरवाही देखनें को मिलती है जिसमें शासकीय हाई स्कूल बारह, शासकीय प्राथमिक शाला बोरिया, शासकीय प्राथमिक शाला नंदना, शासकीय प्राथमिक शाला बीना, शासकीय माध्यमिक शाला रीछई, शासकीय प्राथमिक शाला मढ़ पिपरिया, शासकीय प्राथमिक शाला सिलारी, शासकीय वैसिक शाला हाई स्कूल, शासकीय कन्या माध्यमिक शाला देवरी, शासकीय माध्यमिक शाला शिक्षा सदन देवरी, शासकीय प्राथमिक शाला जवाहर वार्ड, शासकीय माध्यमिक शाला झुनकू, ग्राम शामा शाला महाराजपुर, शासकीय माध्यमिक शाला मढी जमुनिया, शासकीय माध्यमिक शाला कोपरा, शासकीय हायर सेकण्डरी स्कूल जैतपुर कोपरा, शासकीय प्राथमिक व माध्यमिक शाला सिमरिया हर्राखेडा, शासकीय प्राथमिक व माध्यमिक शाला बेलढाना, शासकीय प्राथमिक व माध्यमिक शाला पहला, शासकीय प्राथमिक माध्यमिक व हाई स्कूल डोगर सलैया व शासकीय माध्यमिक शाला जमनापुर परासिया तथा शासकीय प्राथमिक व माध्यमिक शाला इमझिरा आदि सैकडों स्कूल देवरी में ऐसे हैं जो न समय पर खुलते है न ही समय पर बंद होते हैं, कुछ शिक्षक कभी जाते ही नहीं तो कुछ शिक्षक स्वयं घर पर रहते है और स्कूल में प्राइवेट शिक्षक लगा कर रखे हुए है तो कुछ स्कूल में तो शिक्षक शराब पीकर पढाते है, कुछ शिक्षक तो स्कूल न जाकर नेता गिरी करते है, जिनपर अधिकारी कार्यवाही करनें से डरते है, क्योकि ऐसे शिक्षकों के भाई, चाचा, पुत्र या पिता नेता होते हैं, जो किसी बडे नेता के आगे पीछे चक्कर लगाते नजर आते है, जो अपनें भाई का अधिकारी से बोल देते है मेरा भाई स्कूल जाए या ना जाए तो कुछ ध्यान मत देना क्योकि मेरी सरकार है, नौकरी नही कर पाओगे इसलिये नजर अंदाज करके रहना, ऐसे शिक्षकों की लापरवाही पर तो जिला शिक्षा अधिकारी के साथ देवरी शिक्षा विभाग के अधिकारी भी मौन बने हुए है और जो सीधा साधा शिक्षक शिक्षिका यदि पूरे साल भर में एक दिन पांच मिनिट लेट स्कूल जाते है तो उन पर कार्यवाही नोटिस जारी होते है क्योकि उनके पास किसी नेता का सोर्स नही होता है और जो सालभर स्कूल नही जाते न ही कभी कुछ लोग समय पर जाते उनको ये ही अधिकारी नजर अंदाज करते क्योकि उनके आका बडे नेता होते है, ऐसे अधिकारी गणों की कार्य प्रणाली पर यदि प्रश्न चिन्ह उठता है तो ऐसे अधिकारियों को कदापि नहीं बख्शा जाना चाहिए।