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हिमाचल उपचुनाव: मंडी लोकसभा सीट पर कांग्रेस की जीत के ये रहे मुख्य कारण.

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हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में मंडी लोकसभा समेत तीन विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव (Himachal Bypoll Results) में भाजपा का सूपड़ा साफ हो गया है. कांग्रेस ने चारों सीटों पर क्लीन स्पीप किया है. इस उपचुनाव में भाजपा दो बार से लगातार जीत रही मंडी लोकसभा सीट (Mandi Loksabha Seat) को भी नहीं बचा पाई है. मंडी लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी प्रतिभा सिंह को जीत मिल गई है. हालांकि, भाजपा के प्रत्याशी ब्रिगेडियर कुशाल चंद्र ठाकुर 10,000 से कम वोट से हारे हैं. सतारूढ भाजपा के लिए यह बहुत ही बड़ा झटका है.

सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) के गृह जिले मंडी में बीजेपी की हार हुई है. इसके अलावा, अर्की, फतेहपुर और जुब्बल-कोटखाई में भी भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा है. लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा मंडी लोकसभा सीट पर कांग्रेस को मिली जीत को लेकर हो रही है. आखिर वे कौन से कारण थे जिसके चलते कांग्रेस को जीत मिली है, पढ़ें यहां पर.
मंडी में कांग्रेस की जीत के यह रहे कारण
मंडी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार प्रतिभा सिंह की जीत को पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को एक तरह से श्रद्धांजलि के तौर पर देखा जा रहा है. वीरभद्र सिंह प्रदेश के मुख्यमंत्री और केंद्र में मंत्री रह चुके हैं. और प्रदेश की राजनीति में उनका काफी दबदबा रहा है. ऐसे में उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह की जीत को राजनीतिक गलियारे में वीरभद्र सिंह को जनता द्वारा दी गई श्रद्धांजलि के तौर पर देखा जा रहा है. हालांकि, यहां से बीजेपी की हार का अंतर बहुत ज्यादा नहीं था लेकिन फिर भी यह बीजेपी के लिए एक सबक के तौर पर है, क्योंकि यह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का गृह क्षेत्र पड़ता है. हालांकि, सीएम जयराम ठाकुर के लिए राहत की बात यह रही की उनकी विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी ने बढ़त हासिल की. लेकिन विधानसभा चुनाव के पहले प्रदेश में पार्टी का प्रदर्शन बीजेपी के लिए शुभ संकेत नहीं है.

महंगाई के कारण जनता नाराज
हालिया दिनों में जिस तरह से महंगाई में बढ़ोतरी हुई है और इससे जनता प्रतिकूल तौर पर प्रभावित हुई है, कांग्रेस ने इसे अपने चुनाव प्रचार में बड़ा मुद्दा बनाया था. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि कहीं न कहीं कांग्रेस इस मुद्दे को जनता के बीच ले जाने में सफल रही और इसका फायदा कांग्रेस को चुनाव में हुआ. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि कुछ विधानसभा सीट पर गलत टिकट वितरण भी हर का कारण रहा.