स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के पूर्व चेयरमैन प्रतीप चौधरी को जैसलमेर पुलिस (Jaisalmer Police) ने दिल्ली स्थित उनके घर से कल गिरफ्तार कर लिया है. उन्हें एक लोन घोटाले (SBI Loan Scam) से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया. जैसलमेर के सीजेएम कोर्ट ने आज उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. प्रतीप चौधरी (Pratip Chaudhuri) पर आरोप है कि उन्होंने जैसलमेर के एक होटल को गलत तरीके से ज्यादा कीमत पर बेचा था. इस मामले का दूसरा आरोपी आलोक धीर (Alok Dhir) अभी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है.
जैसलमेर में गोदावन ग्रुप (Godawan Group) की करीब 200 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी को बैंक के नियमों के खिलाफ जाकर 25 करोड़ रुपये में बेचा गया था. बैंक ने इस प्रॉपर्टी को लोन नहीं चुकाने की एवज में जब्त किया था. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, ग्रुप ने 2008 में होटल बनवाने के लिए देश के सबसे बड़े सरकारी कर्जदाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से 25 करोड़ रुपये लोन लिया था. वहीं, ग्रुप एक अन्य होटल चला रहा है. ग्रुप अपना लोन नहीं चुका पाया.
कम दाम पर होटल खरीदने वाली कंपनी से जुड़ गए चौधरी
एसबीआई ने इसे नॉन परफॉर्मिंग एसेट मानते हुए ग्रुप के बन रहे होटल और उसके एक चालू होटल को जब्त कर लिया. उस समय प्रतीप चौधरी बैंक के चेयरमैन थे. चौधरी रिटायर होने के बाद बाजार भाव से कम दाम पर होटल खरीदने वाली कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में शामिल हो गए. होटल के बिकने के बाद मालिक कोर्ट की शरण में गए. खरीदार कंपनी ने 2016 में इसे टेकओवर किया. जब इस प्रॉपर्टी का मूल्याकंन 2017 में करवाया गया तो इसका बाजार मूल्य 160 करोड़ रुपये पाया गया. अब इसकी कीमत करीब 200 करोड़ रुपये है.
कोर्ट ने चौधरी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
दिल्ली से गिरफ्तार किए जाने के बाद सोमवार यानी 1 नवंबर 2021 की तड़के पुलिस उनको लेकर जैसलमेर पहुंच गई. चौधरी को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) जैसलमेर की कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने उनकी जमानत अर्जी खारिज कर 15 नंवबर तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के दिए आदेश दे दिए हैं. पूर्व चेयरमैन प्रतीप चौधरी के अधिवक्ता की ओर से ADJ कोर्ट में जमानत अर्जी लगाने की तैयारी की जा रही है. अगर आज वहां सुनवाई नहीं हुई तो प्रतीप चौधरी की दिवाली जेल में ही मनेगी. इस मामले में आरके कपूर, एसवी वेंकटकृष्णन, शशि मेथादिल, देवेंद्र जैन, तरुण और विजय किशोर सक्सेना के खिलाफ भी गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था.