बेमेतरा, छत्तीसगढ़। मेरूवाणी डाॅट इन…
📡...बेमेतरा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत मटका में श्री आदर्श सत्संग समाज एव ग्रामवासियो के द्वारा संस्था की 50 वी वर्षगांठ के अवसर पर स्वर्णिम हीरक जयंती पर 06 दिवसीय श्री आदर्श रामलीला नाटक प्रतियोगिता में मुख्य आतिथ्य के रूप में आशीष छाबड़ा विधायक बेमेतरा हुए शामिल...
संस्था के वरिष्ट सदस्यों का सम्मान समारोह सहित प्रतियोगिता में विजयी हुए रामलीला मंडलियों को किया गया पुरुस्कृत एवं समिति में वेशभूषा हेतु विधायक आशीष छाबड़ा नेें किया 50 हजार रुपए देनें की घोषणा...
इस अवसर पर विधायक आशीष छाबड़ा नें श्रोताजनों को संबोधित करते हुए कहा कि अंचल में पुरोधाओं द्वारा रामलीला का मंचन आज भी गांव में अनवरत जारी है, हमारे विधानसभा क्षेत्र के लिए गौरव की बात है, ग्राम पंचायत मटका में आदर्श सत्संग समिति के द्वारा 1972 से आज दिवस तक 50 वर्षों से लगातार रामलीला का मंचन प्रस्तुत कर रहे हैं।
आज हम सभी मिलकर इस मंच के माध्यम से आदर्श सत्संग समिति के 50 वर्ष की स्वर्णिम वर्षगांठ मना रहे हैं, 50 वर्ष पूर्व जब इस समिति का शुभारंभ हुआ था उस समय ना कोई सुविधा थी। साजोसमान, वेशभूषा का अभाव था, पात्रों के लिए पूरा सामग्री नही था, संसाधनों का काफी अभाव था, आदरणीय अशोक मिश्रा के प्रेरणा से गांव के हमारे पुरखा, सियान आपस में मिलकर इस परंपरा को प्ररंभ किए, बहुत सारे हमारे वरिष्ठ पात्र रहे उनका भी आज सम्मान हम सब ने मिलकर किया, बहुत सारे हमारे पुरोधा अब हमारे बीच नहीं है, उनको भी मैं नमन करता हूं, प्रणाम करता हूं, जिनके प्रेरणा एवं मार्गदर्शन की देन है कि आज हम सभी बड़े धूमधाम से हरित जयंती का वर्षगांठ मटका में मना रहे हैं, रामलीला से हम सभी को बहुत कुछ सीखनें को मिलता है, हम सभी को अपनें जीवन को सफल बनानें के लिए मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम चंद्र जी के जीवन चरित्र के कुछ अंश भी हम अपनें जीवन में ग्रहण करते हैं तो हमारा ये मानव जीवन अवश्य ही सफल होगा, दूर दूर यहां पहुंचे रामलीला मंडलियों के द्वारा अपनें नाट्य कला के प्रस्तुति के माध्यम से भगवान श्री रामचंद्र जी के जीवन चरित्र का रसपान करा रहे है, रामलीला के माध्यम से बहुत सारे ऐसे पात्र हैं जिनमें कुछ अच्छाइयां कुछ बुराइयां देखनें, सुननें को मिलता है, हम सभी को अपनें जीवन में अच्छाइयों को चरितार्थ करना है, तभी हमारा ये जीवन सफल होगा।
रामलीला मंडली के द्वारा नाट्य के माध्यम से बताया गया कि भगवान श्री राम चंद्र जी माता शबरी के आश्रम पहुंचे जहां भगवान श्री रामचन्द्र को अपनें कुटिया में देख माता शबरी प्रेम मग्न हो गई, माता शबरी प्रभु से कहते हैं कि हे प्रभु! मैं आपकी किस प्रकार स्तुति करू, भगवान श्री राम चंद्र जी माता शबरी को अपनें 9 प्रकार के नवधा भक्ति के बारे में बताते हैं, आज के समय में हमारे युवा पीढ़ी जो लगातार पश्चात कालीन सभ्यता की ओर बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं, हमारे युवा साथी भारतीय संस्कृति को भूलकर पश्चात कालीन सभ्यता की ओर बढ़ रहे हैं, ऐसे समय में इस प्रकार के धार्मिक आयोजन होनें से अंधेरे में दीप के बराबर है, निश्चित रूप से गांव में धार्मिक आयोजन होना चाहिए ताकि हमारे नौजवान युवा पीढ़ी आज अपने मुख्य मार्ग से भटक गए है ऐसे आयोजन से भगावन श्री रामचन्द्र जी की असीम कृपा बनी रहे आज इस पवित्र मंच से हम सभी को कुछ सीखे जाना है मटका में हर वर्ग हर समाज के आदमी निवासरत है बड़ी खुशी की बात है यहां आपसी समरसता आपसी भाईचारा एकजुटता के परिचय देते हुए एक साथ मिलकर गांव के विकास के लिए एक दूसरे के समाज के कार्यक्रम के लिए सभी समाज सहभागी बनते हैं सहयोग मदद करते हैं।
इस अवसर पर कुमारी बाई जायसवाल अध्यक्ष जनपद पंचायत बेमेतरा, शशिप्रभा गायकवाड़ सदस्य जिला पंचायत बेमेतरा, अनिल यदु सदस्य जनपद पंचायत बेमेतरा, रोशन ध्रुव सरपंच, महानंद यादव सदस्य प्रतिनिधि जनपद पंचायत बेमेतरा, राजेन्द्र वर्मा, मोहित वर्मा, खुबीराम ध्रुव, अशोक मिश्रा, जितेंद्र यदु, पवन साहू, बसंत जोशी, हीरालाल यदु, शैलेन्द्र साहू, छोटू, पप्पू साहेब, सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहे।
✍…बेमेतरा से अमर तिवारी की रिपोर्ट…।
