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देश में फिर लौटेगा ऊंची सैलरी का दौर! पहले से ज्‍यादा होगी वेतन वृद्धि, कंपनियां भी करेंगी बंपर नियुक्तियां

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कोरोना वायरस महामारी के कारण पैदा हुए आर्थिक हालात से उबरने के बाद भारत में ऊंचे वेतन (High Salary Jobs) का दौर लौटेगा. उम्‍मीद की जा रही है कि अगले साल से लोगों को फिर ज्‍यादा सैलरी वाली जॉब्‍स मिलना शुरू हो जाएंगी. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2021 के दौरान भारत में कर्मचारियों के वेतन में औसतन 8 फीसदी बढ़ोतरी (Salary Hike) होगी. वैश्विक सलाहकार, ब्रोकिंग व समाधान कंपनी विलिस टावर्स वॉटसन की ‘वेतन बजट योजना रिपोर्ट’ में कहा गया है कि कंपनियों के सामने कर्मचारियों को लुभाने और उन्हें अपने साथ जोड़े रखने की चुनौती है. ऐसे में कंपनियां अपने कर्मचारियों को पहले के मुकाबले ज्‍यादा वेतन वृद्धि देंगी.

कितनी हो सकती है सैलरी में बढ़ोतरी?
रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया-प्रशांत में अगले साल सबसे ज्‍यादा वेतन वृद्धि भारत में होगी. इस दौरान यहां कर्मचारियों के वेतन में औसतन (Average Increment) 9.3 फीसदी की बढ़ोतरी होने की उम्‍मीद जताई जा रही है. साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले 12 माह में कारोबारी परिदृश्य (Business Outlook) में भी सुधार होने के आसान नजर आ रहे हैं. ये छमाही सर्वे मई और जून 2021 के दौरान एशिया-प्रशांत के विभिन्‍न उद्योग क्षेत्रों की 1,405 कंपनियों के बीच किया गया. इनमें से 435 कंपनियां भारत की हैं.

तीन गुना कंपनियां करेंगी नियुक्तियां
वेतन बजट योजना रिपोर्ट के मुताबिक, 52 फीसदी भारतीय कंपनियों का मानना है कि अगले 12 माह के दौरान उनका राजस्व परिदृश्य (Revenue Outlook) सकारात्मक रहेगा. साल 2020 की चौथी तिमाही में ऐसा मानने वाली कंपनियों की संख्या 37 फीसदी थी. कारोबारी परिदृश्य में सुधार से नौकरियों की स्थिति भी सुधरेगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि 30 फीसदी कंपनियां अगले एक साल के दौरान नई नियुक्तियों की तैयारी कर रही हैं. यह 2020 की तुलना में लगभग तीन गुना अधिक है.

किस सेक्‍टर में मिलेंगी नौकरियां?
इंजीनियरिंग सेक्‍टर में 57.5 फीसदी, सूचना प्रौद्योगिकी में 53.3 फीसदी, तकनीकी कौशल में 34.2 फीसदी, सेल्‍स सेक्‍टर में 37 फीसदी और फाइनेंस सेक्‍टर में 11.6 फीसदी कंपनियों में सबसे ज्‍यादा नई भर्तियां देखने को मिलेंगी. इन सभी सेक्‍टर्स में कंपनियां नए कर्मचारियों को ऊंचे वेतन की पेशकश करेंगी. वहीं, पुराने कर्मचारियों के वेतन में पहले से ज्‍यादा बढ़ोतरी करेंगी. रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में नौकरी छोड़ने की दर भी एशिया-प्रशांत क्षेत्र के बाकी देशों के मुकाबले कम रही है.