लवन, बलौदाबाजार। राघवेन्द्र सिंह “मेरूवाणी डाॅट इन”…
बलौदाबाजार भाटापारा जिले के लवन तहसील क्षेत्र में आने वाला ग्राम पंचायत सरखोर जहां आज दशहरा पर्व मनाया गया और लगभग 25 से 30 फिट के रावण के पुतले का दहन किया गया, ग्राम पंचायत सरखोर में ग्रामीणों ने बताया कि पिछले साल कोरोना महामारी की वजह से दशहरा पर्व नहीं मना पाए थे लेकिन आज दशहरा पर्व मनाया गया, जिससे ग्रामीण अंचल के साथ-साथ आसपास के गांव के लोग भी वहां रावण के दर्शन के लिए आए हुए थे और सरखोर ग्राम पंचायत की मनोहारी दशा बड़ा ही सुंदर लग रही थी क्योंकि गांव में एक रावण तो पहले से ही खड़ा है मगर दूसरे रावण के पुतले का आज दहन किया गया।
सरपंच प्रतिनिधि गीताराम ने बताया कि हमारे ग्राम सरखोर में ग्रामीणों ने पहले से ही कह दिया था कि इस बार दशहरा पर्व सब मिलजुलकर मनाएंगे और इसी बात को मद्देनजर रखते हुए आज दशहरे का पर हमारे गांव में मनाया गया और लोगों में काफी उत्साह भी देखने को मिला क्योंकि बड़े अरसे समय के बाद आज उसी तरह का पर्व मनाया गया जैसे कि पहले मनाया करते थे और राम लक्ष्मण के साथ पूरे वानर दल हनुमान जी के साथ और रावण के साथ उनके राक्षसी सेना सभी ने राम रावण युद्ध किया और बड़े ही अच्छे अंदाज में संघर्ष था और अच्छाई, बुराई के संकेत का प्रदर्शन भी किया।
सरपंच प्रतिनिधि गीताराम घृतलहरे ने कहा कि दशहरे का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जिस प्रकार रावण एक बहुत विद्वान राजा था, लेकिन उनके अंदर बुराई भी थी और राम नें उसी बुराई का अंत कर सीता माता को लंका से अयोध्या लाए और धरती की भार को भी कम किए उसी प्रकार से हम बुराई रूपी रावण को जला कर अच्छाई रूपी राम को धारण करते हैं और हमेंअच्छे ढंग से कार्य करते हुए और अपने कर्म करते हुए आगे बढ़ना चाहिए।
गीताराम कुर्रे (सरपंच प्रतिनिधि) ने यह भी कहा कि
“कर्म प्रधान विश्व रचि राखा, जो जस करही तस फल चाखा” कहनें का तात्पर्य है कि जो व्यक्ति जैसा कर्म करता है उसे वैसा ही फल मिलता है, जिस प्रकार से रावण ने अपने अंदर अहंकार को जन्म दिया बुराई का संकेत दिया और अपने कर्म को गलत ढंग से पेश किया तो उसे गलत ही कहा गया और उसे वैसा ही फल मिला, और आज हमें इसी बात को ध्यान में रखते हुए अपने कर्म को सत्कर्म रुप भावना से आगे बढ़ाना चाहिए ताकि हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सके और व्यर्थ की बातों को ध्यान ना दें, उसे नजरअंदाज करते हुए चले तभी हम एक अच्छे मुकाम हासिल कर पाएंगे और प्रभु श्री राम ने वैसे ही किया और अपने कार्य को अंजाम देते हुए रावण रूपी बुराई का अंत कर पूरे धरती की भार को कम करके अच्छाई के प्रतिक को प्रदर्शित किया, इसीलिए हमें अच्छे कर्म करने चाहिए।
ग्राम पंचायत सरखोर में जनपद सदस्य, सरपंच जगरी बाई कुर्रे, सरपंच प्रतिनिधि गीता राम कुर्रे, उपसरपंच, जनप्रतिनिधि, पंचगण एवं पूरे ग्रामीण उपस्थित रहे।