नोएडा प्राधिकरण कार्यालय (Noida Authority Office) पर 11 अक्टूबर को प्रदर्शन कर रहे 81 गांवों के कई किसानों और पुलिस के बीच हुई मारपीट और धक्का-मुक्की के मामले में किसानों ने अब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (National Human Rights Commission) में शिकायत की है. किसान नेता सुखबीर खलीफा (Sukhbir Khalifa) की तरफ से दी गई शिकायत में कहा गया है कि पुलिस-प्रशासन ने अपनी शक्तियों का दुरुपयोग किया और किसानों के संवैधानिक अधिकारों का हनन किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने गैर कानूनी तरीके से किसानों पर लाठीचार्ज किया और 10 से ज्यादा किसानों को चोटें आई हैं.
वहीं, शहर के सेक्टर-20 थाना क्षेत्र में प्राधिकरण के एक अधिकारी की तहरीर पर 36 लोगों के खिलाफ नामजद सहित 1500 से ज्यादा किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. हालांकि, किसानों का दावा है कि उन्होंने भी थाने में अपनी शिकायत दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. जिसके बाद अब किसान नेता सुखबीर खलीफा ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को पूरे मामले से अवगत कराया है.
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ किसानों की वार्ता होनी है
उन्होंने नोएडा के एडीसीपी रणविजय सिंह और अन्य पुलिसकर्मियों पर अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. किसान नेता सुखबीर खलीफा ने बताया कि आज दोपहर बाद नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ किसानों की वार्ता होनी है. इस वार्ता के निष्कर्ष के बाद ही किसान आगे की रणनीति तय करेंगे. मालूम हो कि आबादी निस्तारण, बढ़े हुए मुआवजे तथा विकसित भूखंड की मांग को लेकर 81 गांव के किसान नोएडा के हरौला बरात घर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बता दें कि ये किसान काफी लंबे समय से अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. कई बार इन किसानों ने सरकारी कार्यालयों के बाहर भी धरना दिया है. लेकिन इसके बाद भी इनकी बातें अपनी तक नहीं सुनी गई हैं. ऐसे में सरकार के ऊपर ये हमलावर हो गए हैं.