कुसमी झारखंड के सरहद से लगे ग्राम हसपुर के प्राथमिक विद्यालय में भारी व्यवस्था देखने को मिल रहा है। यहां का स्वीकृत भवन का निर्माण करीब 10 वर्ष गुजर जाने के बाद भी पूरा नहीं हो सका है। भवन के अधर में होने से पुराने जर्जर भवन में विद्यालय का संचालन हो रहा है। यहां पर दो शिक्षक राजू गुप्ता व खरंग साय पदस्य है जिसमें एक शिक्षक रंगाबगैर किसी सूचनाके विद्यायल सेवारत रहते हैं। इससे यहां के नाराज ग्रामीण व जनप्रतिनिधियों ने उक्त शिक्षक के ऊपर कार्यवाही कर यहां से उसे उत्काल हटा कर दूसरे शिक्षक को यह भेजने की मांग कर रहे हैं। दूसरे शिक्षक राजू गुप्ता के ऊपर बच्चों को पढ़ाने के साथ कार्यालय व अन्य कार्य की जिम्मेदारी रहने से यहां का पठन पाठन का कार्य पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है। यही कारण है कि हंसपुर गांव के अभिभावकों द्वारा अपने बच्चों का इस स्कूल से नाम कटवा कर मजबूरी में निजी या अन्य स्कूलों में दाखिला कराया जा रहा है। अब यहां गांव के गरीब वर्ग के 27 बच्चों का नाम दर्ज है, इसमें भी पढ़ाई का सही माहौल नही होने से अधिकांश बच्चे विद्यालय से अनुपस्थित पाए जाते हैं। एक सप्ताह पूर्व हसपुर के सरपंच टेनिस राम द्वारा शिक्षक लरंग साथ को इन्ही सब कारणों से जमकर फटकार लगाते हुए नियमित रूप से विद्यालय में आकर बच्चों को पढ़ाने के लिए कहा गया था। इसके साथ ही विद्यालय के समय में शराब पीकर नहीं आने की भी हिदायत दी गई थी। इसके बाद एक दो दिन तक तो शिक्षक लरंगसाय ठीक से विद्यालय पहुंचे लेकिन इसके बाद से शिक्षक का पुराना रवैया शुरू हो गया है। शिक्षक के गैर जिम्मेदाराना हरकत से अब ग्रामीण वस्त हो चुके हैं और उसके खिलाफ कार्यवाही कर वहां से हटाने की मांग कर रहे हैं। यहां के सरपंच टेनिस द्वारा क्षेत्र के बीडीसी व जनपद अध्यक्ष हुमन्त सिंह से भी शिक्षक की शिकायत की गई। जनपद अध्यक्ष ने इस पर त्वरित पहल करने की बात कही है। कुसमी बीईओ डीके यादव ने कहा कि अभी में बाहर हूं सोमवार को आकर मामले की जांच कराई जाएगी। एबीईओ सत्येन्द्र परमार ने कहा कि मैं ग्राम हंसपुर का भी दौरा था. यहां के ग्रामीणों ने उक्त शिक्षक की मौखिक शिकायत की है। उन्हें सोमवार को लिखित में भी बीईओ कार्यालय में शिकायत देने को कहा गया है।