कार के साथ अब टू-व्हीलर व्हीकल्स में भी ब्लूटूथ डिवाइस की सुविधा मिलने लगी है. जिसके जरिए राइडिंग के दौरान फोन आने पर आप आसानी से बातचीत कर सकते हैं. लेकिन हाल ही में बेंगलुरु पुलिस ने एक फरमान जारी किया है. जिसमें पुलिस ने साफ किया है कि, अगर कोई बाइक चालक ड्राइविंग करते समय हेलमेट में हेडफोन या फिर ब्लूटूथ डिवाइस का यूज करता हुए पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. वहीं पुलिस के इस आदेश का विरोध हेलमेट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (HMA) ने करना शुरू कर दिया है. आइए जानते हैं पूरा मामला.
फोर व्हीलर और टू-व्हीलर में मिलती है ये सुविधा- आजकल सभी चार पहिया वाहनों में ब्लूटूथ की सुविधा मिलती है. इसी तरह हाल ही में कुछ टू-व्हीलर कंपनियों ने भी अपने वाहनों में ब्लूटूथ की सुविधा देना शुरू कर दिया है. जिससे राइडिंग के दौरान फोन रिसीव करने में कोई परेशानी न हो. वहीं HMA इंडिया का कहना है कि, ड्राइविंग करते समय ब्लूटूथ काफी उपयोगी टेक्नोलॉजी है, जो राइडिंग के दौरान आपको हाईटेक करती है.
सबसे पहले केरल में शुरू हुई कार्रवाई – बेंगलुरु पुलिस के आदेश से पहले केरल पुलिस ने ब्लूटूथ स्पीकर का यूज करके फोन पर बात करने वाले लोगों के खिलाफ चालान की कार्रवाई शुरू की थी. एमवीडी केरल के अनुसार, किसी भी रूप में वाहन के अंदर ब्लूटूथ और फोन का उपयोग करना अवैध है, जिससे कार मालिकों में खलबली मची हुई है.
विदेशों में होता है ब्लूटूथ हेलमेट का खूब प्रचलन – बेंगलुरु पुलिस द्वारा ब्लूटूथ के इस्तेमाल को अवैध बनाए जाने पर टिप्पणी करते हुए टू व्हीलर हेलमेट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव कपूर ने कहा, ‘यह दोपहिया और हेलमेट उद्योग के लिए एक झटके के रूप में आया है. ब्लूटूथ निश्चित रूप से कार चलाते समय या दोपहिया वाहन चलाते समय फोन को अपने हाथ में रखने से ज्यादा सुरक्षित है.
यह तकनीक सक्षम है और सुरक्षित ड्राइविंग के लिए निषेधात्मक नहीं है. साथ ही इसे अपनाने वाला भारत अकेला देश नहीं है. यह पहले से ही संयुक्त राज्य अमेरिका में SNELL, BELL आदि, Forcite द्वारा ऑस्ट्रेलिया, Livall और LS2 और कई अन्य देशों द्वारा उपयोग किया जा रहा है और हम निश्चित रूप से प्रौद्योगिकी और चीजों के मामले में पीछे नहीं रहना चाहते हैं जो सर्वोत्तम सुरक्षा प्रथाओं के लिए सक्षम हैं.