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बेमेतरा जिला क्षेत्र के राखी आदर्श गौठान में विद्युत उत्पादन प्रारंभ, मुख्यमंत्री श्री बघेल नें किया वर्चुअल शुभारंभ…

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बेमेतरा, छत्तीसगढ़। मेरूवाणी डाॅट इन…

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज गांधी जयंती के अवसर पर बेमेतरा जिले के ग्राम पंचायत राखी में गोबर से बिजली उत्पादन परियोजना की वर्चुअल शुरुआत की। ग्राम पंचायत राखी के गौठान में गोबर से विद्युत उत्पादन के लिए स्थापित संयंत्र से उत्पन्न बिजली से गौठान में लगी 12 वॉट की 15 स्ट्रीट लाइट, गांव के 3 घरों में एक-एक बल्ब और प्राथमिक तथा माध्यमिक शाला में 3 बल्ब रौशन हो उठे। इस मौके पर महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित फोटो प्रदर्शनी भी लगायी गई थी।

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर राखी के गौठान में महिला समूहों से चर्चा कर उनके द्वारा संचालित की जा रही आर्थिक गतिविधियों की जानकारी ली। महिला समूह की श्रीमती नीरा मानिकपुरी ने बताया कि गौठान में 4 समूहों द्वारा वर्मी कम्पोस्ट और 4 समूह बाड़ी विकास और पशुओं के लिए हरे चारे का उत्पादन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गौठान में गोबर से बिजली उत्पादन से उन्हें और महिला समूहों की अन्य सदस्यों को काफी प्रसन्नता हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले आप लोग सरकार से बिजली खरीद रहे थे, अब सरकार को बिजली बेचेंगे।

गौरतलब है कि राखी गौठान का निर्माण 5 एकड़ के रकबे में किया गया है। जिसमें से 2 एकड़ रकबे में पशुधन के चारे के लिए नेपियर घास का रोपण तथा ज्वार की बोआई की गई है। गौठान में नियमित रूप से 650 पशु आते है। गौठान में अब तक 1500 क्विंटल की गोबर की खरीदी की गई है। जिससे वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने के लिए 40 वर्मी टांके बनाएं गए है। समूह द्वारा अब तक 86 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद उत्पादित कर विक्रय की जा चुकी है। 120 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद तैयार है जिसकी पैकेजिंग की जा रही है। गौठान से जुड़ी महिला स्व. सहायता समूहों द्वारा वर्मी खाद के उत्पादन के साथ सामूहिक बाड़ी विकास कार्यक्रम के अंतर्गत सब्जी उत्पादन, गेंहू पिसाई, दोना पत्तल के निर्माण तथा केला से विविध उत्पाद की गतिविधियां भी संचालित की जा रही है। समूह की महिलाओं ने बीते दीपावली सीजन में बड़े पैमाने में गोबर से दीया, राखी त्यौहार के अवसर पर राखी का निमार्ण एवं विक्रय कर अच्छा खासा मुनाफा अर्जित किया गया था। गौठान में फलदार एवं छायादार पौधे लगाएं गए है।

विद्युत उत्पादन की प्रक्रिया…

गोबर गैस प्लांट में तैयार हुई गोबर गैस एक बड़े बैलून में एकत्र की जाती है, इसके बाद इस गैस को स्क्रबर मशीन में डालकर शुद्ध किया जाता है। स्क्रबर मशीन से मिथेन गैस जेनसेट में भेजा जाता है। जेनसेट मशीन इस गैस को विद्युत में परिवर्तित कर देती है। जेनसेट से विद्युत गौठान में स्थापित स्ट्रीट लाईट में प्रवाहित होती है, जिससे बल्ब जल उठते है। राखी गौठान में लगे विद्युत उत्पादन संयंत्र में 2.5 केवीए क्षमता की जेनसेट मशीन, बॉयोगैस एकत्र करने हेतु बैलून, बॉयोगैस के शुद्धिकरण के लिए स्क्रबर और दो बायोगैस प्लांट लगाए गए हैं। यहां बायोगैस से गौठान के समीप स्थित प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला में बच्चों के लिए मध्यान्ह भोजन पकाया जाता है। गांव के 10 परिवारों को भी भोजन एवं प्रकाश व्यवस्था के लिए बायोगैस की सप्लाई की जाती है।

✍…बेमेतरा से अमर तिवारी की रिपोर्ट…।