बेमेतरा, छत्तीसगढ़। मेरूवाणी डाॅट इन…
बेमेतरा जिला में वन विभाग द्वारा पक्षी गणना हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम ग्राम गिधवा, परसदा, नगधा, मुरकुटा एवं ऐरमशाही के महिला स्वसहायता समूहो, वालेंटियर्स एवं वन विभागीय अमला प्रशिक्षण में भाग लिये, वनमंडलाधिकारी श्री धम्मशील गणवीर द्वारा बताया गया कि पक्षी गणना हेतु स्वप्रेरित उत्सुक 27 महिला एवं 40 पुरूष को शामिल किया गया साथ ही कहा कि इस वर्ष 02 फरवरी 2021 को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की उपस्थिति में पक्षी महोत्सव में घोषणा अनुसार ‘‘हमर चिरई-हमर चिन्हारी‘‘ के अनुरूप कार्यायोजना तैयार कर लिया गया है जिसे कार्यरूप में परिणीत करने हेतु जिला कलेक्टर श्री विलास भोसकर संदीपान द्वारा विभिन्न विभागों को सहभागिता हेतु निर्देशित किया जा चुका है। वन्यप्राणी बोर्ड के सदस्य श्री मोहित साहू द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को बताया गया कि, मात्र प्रवासी पक्षी ही नही बल्कि हमारे स्थानीय पक्षियों का रहवास पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। प्रकृतिविज्ञानी श्री अखिलेश भरोस, श्री सोनू अरोरा, श्री एम.सूरज नोवा (नेचर वेल्फेयर सोसाईटी) द्वारा प्रतिभागियों को पक्षियों के रहवासरूपी प्राकृतिक धरोहर को सहेजने हेतु आग्रह किया गया है। श्री हकीमुद्दीन सैफी (ई-बर्ड) के द्वारा किस प्रकार से मर्लीन एवं ई-बर्ड एप के माध्यम से पक्षी गणना सरलतम से किये जाने बाबत् समझाया गया। रामसर साईट घोषित करने के मापदण्ड के लिये दस्तावेज, ग्रामीणों की सहभागिता को आवश्यक बताते हुये, छ.ग. का प्रथम रामसर साईट हो सकने की संभावना व्यक्त किया। ग्रामीण वालेटिंयर्स भी पक्षियों के अनेक प्रजातियों, स्थानीय एवं वैज्ञानिक नाम बतलाकर अपने उत्साह एवं उपस्थिति दर्ज किये।
महिला सदस्य द्वारा पक्षी प्रेम प्रकट करते हुये किस प्रकार से ‘‘गौरेया‘‘ उनकी आंगन में आती है, जगाती है, का वर्णन कर, सबको मंत्रमुग्ध कर दिये। उप वनमंडलाधिकारी एम.आर.साहू, द्वारा सभी प्रतिभागियों एवं पक्षी विज्ञानियों का आभार प्रकट किया। रेंजर श्री चंदेल, बी.पी.गौतम, खेमचंद बरैहा, जीवन यादव, सरपंच केशव साहू, थानसिंह वर्मा, राजेश कुमार, फूलमणी भारती, एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
✍… बेमेतरा से अमर तिवारी कि रिपोर्ट…।
