जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) देश का बड़ा एयरपोर्ट बनने जा रहा है. इसे देखते हुए एयरपोर्ट पर आने वाली हर छोटी-बड़ी परेशानी को देर करने का प्लान अभी से तैयार किया जा रहा है. इसी के चलते एयरपोर्ट पर ट्रैफिक जाम (Traffic Jam) जैसी परेशानी को दूर करने के लिए एक बड़ा प्लान बनाया गया है. प्लान के तहत एयरपोर्ट टनल्स बनाई जाएंगी. आने वाले प्लेन इन्हीं टनल्स में पार्क किए जाएंगे. इतना ही नहीं जेवर एयरपोर्ट का लॉजिस्टिक्स एरिया भी अंडरग्राउंड मतलब टनल्स में होगा. गौरतलब रहे एयरपोर्ट के 100 फीसद ऑपरेशनल हो जाने के बाद यहां से 50 मिलियन यात्री (Passenger) उड़ान भरेंगे.
यात्रियों के लिए यमुना एक्सप्रेस वे की तरफ बनेगा एंट्री और एग्जिट गेट
भीड़ को कंट्रोल करने के लिए जेवर एयरपोर्ट के निर्माण में हर तरह की छोटी-बड़ी बात का ख्याल रखा जा रहा है. इसी के चलते यात्रियों और लॉजिस्टिक्स एरिया के लिए अलग-अलग एंट्री और एग्जिट गेट दिए जा रहे हैं. यात्रियों के लिए एंट्री और एग्जिट गेट यमुना एक्सप्रेस वे की तरफ बनाया जा रहा है. यात्रियों के सभी तरह के वाहन एक्सप्रेस की ओर से आएंगे.
वहीं लॉजिस्टिक्स एरिया के लिए एंट्री और एग्जिट गेट पूर्व की दिशा में बनाए जाएंगे. एयरपोर्ट में एंट्री और एग्जिट के दौरान किसी भी तरह ट्रैफिक जाम की परेशानी से न जूझना पड़े, इसके लिए यह प्लान बनाया गया है.
जेवर एयरपोर्ट से ग्रेटर नोएडा तक पॉड टैक्सी चलाने का रास्ता काफी हद तक साफ हो गया है. हाल ही में यमुना अथॉरिटी ने अपना बजट जारी किया था. बजट में मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी मेट्रो, पॉड टैक्सी और रोड के लिए 300 करोड़ रुपये दिए गए हैं. चर्चा है कि शुरुआत में फिल्म सिटी से जेवर एयरपोर्ट तक के 5.5 किमी के रूट पर पॉड टैक्सी चलाई जा सकती है.