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भूमि संरक्षण विभाग द्वारा गलत स्थल का चयन कर बना दिया लाखों का स्टापडेम, पहली ही बारिश में रेत से पटा, कृषकों को कोई लाभ नहीं, ऐसे में कैसे बढ़ेगा सिंचाई का रकबा…

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मेरूवाणी डाॅट इन…। सोना बारमते


कोरबा,पाली:- नदी- नालों के पानी को रोककर एकत्रित जल के आसपास खेतों में जल संचय के माध्यम से खेती का इलाका सिंचित कर किसानों की खुशहाली एवं खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए सरकार द्वारा भूमि संरक्षण विभाग के माध्यम से स्टापडेमों का निर्माण कराया गया। किंतु अधिकारियों के मनमानेपूर्ण कार्य रवैये से निर्मित स्टापडेम बेमतलब के साबित हो रहे है। भण्डारखोल में भी उक्त विभाग द्वारा बनाया गया स्टापडेम किसानों के रत्ती भर भी काम नही आ पा रहा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी उप संभाग कटघोरा के द्वारा पाली विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम पंचायत भण्डारखोल के ग्राम भण्डारखोल मे लगभग 15 लाख खर्च करके स्टापडेम का निर्माण इसी वित्तीय वर्ष मार्च 2021 में कराया गया है। लेकिन तकनीकी रूप से स्टापडेम निर्माण स्थल का चयन गलत होने के कारण इस बारिश में ही स्टापडेम रेत से पट गया है। जिसका कृषकों को कोई लाभ नही मिल रहा। जहां निर्मित स्टापडेम के आसपास खेतीहर ग्रामीण किसान नाले में पानी रुक जाए और जिससे आने वाले दिनों में सिंचाई का लाभ मिल सके, इस उद्देश्य से डेम में पटे रेत को हटानें की कवायद में जुटे हुए है।

वनांचल गावों के अनुसूचित जनजाति वर्ग के कृषकों को सिंचाई का लाभ देकर उनकी आर्थिक स्थिति सुधारनें के लिए सरकार ऐसे लाभकारी योजना पर करोड़ों खर्च कर रही है। लेकिन अधिकारियों के मनमर्जी कार्य से शासन की राशि का अधिकतर दुरुपयोग हो रहा है, और जिसका लाभ देखने को बहुत कम ही मिल रहा है। इस संबंध पर स्थानीय ग्रामीण किसानों द्वारा बताया गया कि सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी कटघोरा द्वारा स्टापडेम का निर्माण गलत स्थल पर कराया गया है। जिस निर्माण कार्य के शुरुआती काल मे उक्त निर्माण से कोई लाभ नही होने को लेकर विरोध भी जताया गया था, किंतु अधिकारी- कर्मचारियों ने उनकी एक नही सुनी और मनमाने तरीके से कार्य करा दिया। जो अनुपयोगी साबित हो रहा है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि ग्राम पंचायत अलगीडाँड़ में भी इसी प्रकार से स्टापडेम का निर्माण कराया गया है, उससे भी किसानों को किसी तरह का लाभ नही मिल रहा, तथा वह भी बेकार होकर रह गया है। इसे जिला प्रशासन की अनदेखी ही कहा जाए कि शासन द्वारा ग्रामीण किसानों को सिंचाई के लाभ से लाभान्वित करने भूमि संरक्षण विभाग को आबंटित शासकीय धनराशि का विभाग द्वारा बेझिझक मनमाने तौर- तरीकों से उपयोग किया जा रहा है। तथा सरकार के जिस उद्देश्य का लाभ किसानों को वाकई मिल रहा है या नही यह देखने की भी जरा सी फुर्सत जिले के शीर्ष अधिकारियों के पास नही है।

शायद इसी का फायदा सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी उप संभाग कटघोरा द्वारा उठाया जा रहा है। ग्रामीणों ने स्टापडेम का गलत स्थल पर निर्माण कराने वाले संबंधित अधिकारी- कर्मचारियों पर उचित कार्यवाही की मांग किए है।