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न्याय के लिए भटक रहा आदिवासी परिवार, परिवार के वरिष्ठ सदस्य का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला, संदेहियों द्वारा मारपीट कर फांसी में लटकाए जानें की आशंका, परिजनों नें बेलगहना पुलिस पर लगाया लेन-देन कर मामले को रफा-दफा करनें का गंभीर आरोप… मामले की निष्पक्ष जाँच हेतु पुलिस अधीक्षक सहित पुलिस महानिरीक्षक, गृह मंत्री तथा अ.ज.जा. थाना प्रभारी को ज्ञापन के माध्यम से किया निवेदन…

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बेलगहना, कोटा। प्रवीण झा “मेरूवाणी डाॅट इन”…

प्राप्त जानकारी के अनुसार यह पूरा मामला छत्तीसगढ़ प्रदेश के न्यायधानी बिलासपुर जिला अंतर्गत जनपद पंचायत कोटा के ग्राम पंचायत रतखण्डी का है जहाँ पर एक आदिवासी परिवार इस समय अत्यंत ही दहशत के माहौल में जीवन यापन कर रहा है,

प्रार्थी रूपसिंह ध्रुव, वल्द लक्ष्मीनाथ ध्रुव रतखण्डी निवासी के बताए अनुसार आज से एक माह पूर्व 06-07-2021 को मृतक चरण सिंह ध्रुव बेलगहना सोसायटी से खाद लाकर अपनें बाईक से ग्राम के ही जोहन लाल ध्रुव एवं समेलाल कौल के साथ घूमनें निकल गए।
वहाँ से कुछ ही दूरी पर मिडिल स्कूल के पास अचानक किसी बात को लेकर ग्राम के ही कृष्ण पाल पटेल के द्वारा जोहन सिंह ध्रुव, समेलाल कौल एवं कृष्ण कुमार ध्रुव से झगड़ा-लड़ाई, मारपीट किया गया, उसी दौरान कृष्ण पाल पटेल नें मृतक चरण सिंह ध्रुव से भी मारपीट किया जिससे चरण सिंह ध्रुव का दांत टूट गया एवं चेहरे पर गंभीर चोटें भी आईं, जिसका चश्मदीद गवाह भी मौजूद है।

कृष्ण पाल पटेल, धुर सिंह पटेल देर शाम तक घर के पास आकर अश्लील तथा जातिगत गालियाँ देते रहे फिर रात को पुन: चरण सिंह ध्रुव को घर से अगवा कर उन्हे सुनियोजित तरीके से शराब पिलाकर फांसी के फंदे पर लटका दिया गया। जो कि घटना के दूसरे दिन मृतक चरण सिंह ध्रुव का शव पेड़ पर फांसी के फंदे में लटका मिला, जिसकी शिकायत तत्काल बेलगहना पुलिस चौकी में जाकर किया गया,

उक्त मामले में बेलगहना पुलिस चौकी द्वारा अभी तक संतुष्टिपूर्ण कार्यवाही नहीं किया गया है, और ग्राम में कृष्ण पाल पटेल के द्वारा खुलेआम धमकी के साथ पुलिस चौकी बेलगहना को खरीद लिए जानें की बात लगातार की जा रही है, जिसके कारण पीड़ित परिवार आहत होकर दहशत के माहौल में जीवन यापन कर रहे हैं।

उक्त घटना को घटित हुए एक माह से ऊपर हो गया है लेकिन पीड़ित आदिवासी परिवार को न्याय नहीं मिल पानें के कारण परिवार के सदस्य के द्वारा बिलासपुर पुलिस अधीक्षक सहित पुलिस महानिरीक्षक, गृह मंत्री तथा अ.ज.जा. थाना प्रभारी से लिखित ज्ञापन के माध्यम से निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निवेदन किया गया है।

इस खबर के प्रसारण उपरांत अब देखनें वाली बात यह होगी कि इस मामले को उच्च अधिकारियों द्वारा संज्ञान में लेकर उचित कार्रवाई किया जाता है या फिर पीड़ित आदिवासी परिवार न्याय के लिए ऐसे ही भटकते रहेंगे।

मृतक चरण सिंह ध्रुव