छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के घोर नक्सल प्रभावित सुकमा (Sukma) जिले में एक लाल बैनर इन दिनों चर्चा में है. जिला मुख्यालय कोंटा में सार्वजनिक स्थान पर लगाए गए इस बैनर में नक्सलियों का खुलकार विरोध उन्हीं के अंदाज में किया गया है. कोण्टा बस स्टैंड पर बैनर लगाया गया है. नक्सलीयो के अंदाज में लगे इस बैनर में नक्सलियों को विकास विरोधी बताया गया है. बैनर में लिखा गया है कि मुखबिर के नाम पर निर्दोष आदिवासियों को मारा जा रहा है. आदिवासी हितेषी के नाम पर आदिवासियों को नक्सली नुकसान पहुंचा रहे हैं. कोंटा में किसी अज्ञात द्वारा ये बैनर लगाया गया है. पहली बार नक्सल इलाके में इस तरह का बैनर लगा है, जिसमें नक्सलियों का ही विरोध किया गया है.
बता दें कि सुरक्षा बल और सरकार के विरोध में नक्सली लाल रंग के कपड़े का बैनर आए दिन अपने प्रभाव वाले इलाकों में लगाते हैं. इसमें वे आम जनता को सरकार का विरोध करने की बात लिखते हैं. ऐसे बैनर बस्तर के अलग अलग इलाकों में आए दिन देखने को मिल जाते हैं, लेकिन ऐसा पहली बार है, जब नक्सलियों का विरोध करते हुए उन्हीं के अंदाज में उनके प्रभाव वाले इलाके में ही बैनर लगाया गया हो. इस बैनर की फोटो सोशल मीडिया में वायरल की जा रही हैं. इसे लोगों में जागरुकता फैलाने के तौर भी देखा जा रहा है.
सुरक्षा बलों का दबाव
बता दें कि बीते कुछ वर्षों से बस्तर के अंदरूनी इलाकों में भी सुरक्षा बल के कैंप खोले जा रहे हैं. इससे दावा किया जा रहा है कि नए कैंप खुलने से नक्सली दबाव में हैं. उनका प्रभाव क्षेत्र लगातार घटता जा रहा है. अब लोगों में नक्सलियों के खिलाफ माहौल बन रहा है. इससे नक्सलियों को नुकसान हो रहा है.