देशभर में डेल्टा प्लस वैरीयेंट का खतरा तेजी से मंडरा रहा है. खासकर केरल, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में स्वास्थ विभाग के निर्देश के बावजूद रांची रेलवे स्टेशन पर जांच के नाम पर महज खानापूर्ति की जा रही है. न्यूज 18 की टीम ने रविवार की सुबह रांची स्टेशन पर जो देखा, वह इस लापरवाही का प्रमाण है. सुबह 9:30 बजे तक रांची रेलवे स्टेशन पर कुल 6 ट्रेनें पहुंच चुकी थीं, जिससे रांची आने वाले मुसाफिर बिना जांच के ही स्टेशन से बाहर जा रहे थे.
सुबह 5:20 बजे केरल से अलेप्पी-धनबाद रांची एक्सप्रेस पहुंची. उसके बाद 6:50 बजे मुंबई से एलटीटी एक्सप्रेस पहुंची, इन दोनों ही ट्रेनों से उतरने वाले मुसाफिरों के कोरोना टेस्ट को लेकर रेलवे स्टेशन पर तैनात मेडिकल टीम सुस्त नजर आई. सुबह 9:30 बजे जब जम्मूतवी एक्सप्रेस रांची पहुंची, तब भी जांच को लेकर कोई सतर्कता नहीं थी. पैसेंजर बिना जांच के ही स्टेशन से बाहर निकल रहे थे. लेकिन जैसे ही न्यूज़ 18 की टीम रेलवे स्टेशन पहुंची, पूरी जांच व्यवस्था आनन-फानन में शुरू होती नजर आई.
रांची रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ की महिला सुरक्षाकर्मी अनीता ने बताया कि सुरक्षाकर्मियों की संख्या कम रहने की वजह से यात्रियों को नियंत्रण करने में परेशानी जरूर होती है. वहीं मेडिकल टीम में शामिल एक महिला स्वास्थ्यकर्मी ने न्यूज 18 की टीम के आरोपों पर कहा कि सुबह से पहुंच रहीं सभी ट्रेनों के यात्रियों की जांच की जा रही है. जब उनसे इस संबंध में यात्रियों की लिस्ट मांगी गई तो उन्होंने कहा कि सभी पेपर को रांची सदर में जमा कर दिया गया है.
आपको बता दें कि लापरवाही का यह नजारा एक दिन का नहीं, बल्कि हर दिन का है. मेडिकल टीम महज दिखावे के लिए रांची रेलवे स्टेशन के स्टेशन परिसर पर रहती है. वहीं दूसरे प्रदेशों से पहुंच रहे यात्री बिना जांच के ही स्टेशन से बाहर निकल जाते हैं. उन्हें जांच के लिए बोलने वाला और रोकने वाला भी कोई नहीं होता.