भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (RBI Monetary Policy) ने ब्याज दरों (Interest Rate) में कोई बदलाव नहीं किया है. रेपो रेट को 4 फीसदी पर रखा गया है. रिवर्स रेपो दर या केंद्रीय बैंक की उधारी 3.35 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रही है. वहीं, FY22 के लिए GDP ग्रोथ अनुमान 9.5% पर बरकरार रखा गया है.
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ने पिछले छह बार उधार दरों को अपरिवर्तित रखा. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, “जून 2021 की तुलना में काफी बेहतर स्थिति में है. तीसरी लहर की संभावना पर सतर्क रहने की जरूरत है.”
रिटेल महंगाई दर 5.7% रहने का अनुमान
RBI ने फाइनेंशियल ईयर 2021-22 (FY22) के लिए GDP ग्रोथ अनुमान 9.5% पर बरकरार रखा है. वहीं, शक्तिकांत दास ने रिटेल महंगाई दर (Inflation rate) 5.7% रहने का अनुमान जताया है. शहरी मांग में धीरे-धीरे सुधान होने की उम्मीद है और ग्रामीण इलाकों में निजी खपत बढ़ रही है.
रिवर्स रेपो रेट भी पहले की तरह 3.35 फीसदी पर बना रहेगा. जबकि मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट (MSFR) और बैंक रेट 4.25 फीसदी रहेगा. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि पॉलिसी का नजरिया अभी भी “accomodative” रहेगा. “accomodative” रुख के मायने हैं कि RBI का फोकस रेट कम रखकर अर्थव्यवस्था को बढ़ाने पर होगा.
‘कोरोना अभी टला नहीं’
दास ने प्रेस कांन्फ्रेंस में कहा कि अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है. MPC की उम्मीदों के अनुसार इकोनॉमी आगे बढ़ रही है. वैक्सीनेशन से इकोनॉमी में सुधार आ रहा है. जून में महंगाई बढ़ी है. हालांकि, हालात सामान्य होने में समय लग सकता है. सप्लाई और डिमांड में बैलेंस लाने के लिए कुछ और उपाय करने होंगे.