सीबीआई ने इंदौर की एसबीआई एजीएम मनोज चौधरी की शिकायत पर खजराना ब्रांच मैनेजर स्वीटी सुनेरिया और उसके पति आशीष सलूजा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। स्वीटी ने 11.84 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की थी। अलग-अलग एफडी पर लोन लेकर पैसों को शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कर दिया था। गुरुवार दोपहर महालक्ष्मीनगर,गोयल एन्क्लेव,गोयल विहार और स्नेहलतागंज स्थित आरोपियों के ठिकानों पर छापे मारकर दस्तावेज जब्त कर लिए है ।
कैसे हुआ खुलासा —
27 मई 2021 को खजराना एसबीआई बैंक में खाता धारक श्रीमती सुलभ सुरेश और उनके पति सुरेश शुक्ररे अपनी 10लाख रुपए की एफडी को रिनुअल करवाने के लिए बैंक पहुंचे जहां वर्तमान बैंक मैनेजर अंकुर शर्मा द्वारा खाता धारकों को कहा कि आपकी एफडी पर तो लोन लिया गया है। जिस पर दोनों दंपत्ति चौक गए और इसकी शिकायत एसबीआई मुख्यालय को की गई, जब बैंक द्वारा इस पूरे मामले की जांच की गई तो छानबीन में यह सामने आया कि बैंक में एक अन्य महिला शमी बानो के नाम से 11 जून 2020 को एक खाता खुलवाया गया और उसके बैंक खाते में अलग-अलग एफडीओ का रूपया ट्रांसफर किया गया।
शमीम बानो के फर्जी खाते में जमा होने वाले रुपये घुमा फिराकर आखिर में बैंक अधिकारी स्वीटी,आशीष,मंजूला के खातों मे भेज दिया जाता था। बैंक अफसरों ने जब रिकॉर्ड निकाला तो यह भी पता चला ओडी लोन के रुपये निकालने के लिए जिन फर्जी खातों का इश्तेमाल किया वो आशीष और स्वीटी की मां मंजूला के मोबाइल नंबर से ऑपरेट हो रहे थे। इसके बाद बैंक ने जांच आगे बढ़ाई तो 18 खातेदारों का पता चला और ओडी लोन के जरिए कुल 11 करोड़ 74 लाख बैंक मैनेजर स्वीटी और रिश्तेदार हजम कर चुके थे।
मोबाइल नम्बर में भी हेरफेर – बैंक द्वारा जहां वर्तमान में मोबाइल नंबर पर हर महीने आपके बैंक खाते का बैलेंस व बैंक खातों की जानकारी आती है बैंक मैनेजर द्वारा सभी खातों के नंबर बदल दिए गए और वह नंबर भी 11 डिजिट के लिखे गए हैं।
बैंक में दिया गलत मोबाइल नम्बर 99933-799944
यह नम्बर (सुनीता सुनेरिया ) 99937-99944
बड़ा सवाल –
इस तरह के फ्रॉड मामले में कुछ बैंक अधिकारियों से जब चर्चा की गई तो उनका कहना था, कि “क्लास 2” को ऑफिसर को बैंक मैं इतनी पावर नहीं दी जाती है। कि वह इतने बड़े ट्रांजैक्शन कर सके।
अन्य राष्ट्रीय कृत बैंकों में वर्तमान में बैंक मैनेजर को 50 लाख से एक करोड़ तक की पावर दे रखी है जिससे 1 दिन में वह इससे अधिक का ट्रांजैक्शन ना कर सके।