Home छत्तीसगढ़ विद्यार्थियों में लोकप्रिय अदाणी विद्या मंदिर का स्मार्ट बोर्ड क्लासरूम

विद्यार्थियों में लोकप्रिय अदाणी विद्या मंदिर का स्मार्ट बोर्ड क्लासरूम

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अंबिकापुर–: अदाणी विद्या मंदिर द्वारा शुरू किए गए स्मार्ट बोर्ड क्लासरूम के जरिए 800 से अधिक विद्यार्थी, सीधे तौर पर लाभान्वित हो रहे हैं। कोरोना माहमारी के बीच सबसे अधिक प्रभावित रही बच्चों की पढ़ाई को अदाणी विद्या मंदिर के प्रयासों से सतत जारी रखने में भरपूर मदद मिली है। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के परसा ग्राम स्थित अदाणी विद्या मंदिर ने लॉक डाउन की शुरुआत से ही डिजिटल शिक्षा पद्धति को अपनाया और स्कूल के सभी छात्रों तक कक्षाओं को सुलभता से पहुंचाने का काम किया है। स्कूल प्रशासन ने बच्चों को व्हाट्सएप और ज़ी सुइट क्लासेज के जरिए डिजिटल प्लेटफार्म से जोड़कर रखा है। जिससे बंद पड़े स्कूलों के कारण छात्रों की पढ़ाई भी बाधित नहीं हो रही और बच्चों को नई तकनीकें जानने, समझने का अवसर भी मिल रहा है।

अदाणी विद्या मंदिर ने स्कूल के ब्लैक बोर्ड को स्मार्ट बोर्ड में तब्दील कर दिया है, और ग्रामीण बच्चों ने इस तकनीकी बदलाव का स्वागत बेहद उत्साह के साथ किया है। स्कूल के प्रधानाचार्य श्री थामस के.वी. के मुताबिक, “हमारे लिए सभी तक ऑनलाइन कक्षाएं पहुँचाना सबसे बड़ी चुनौती थी, और इस दौरान हमारा ध्येय क्लासेज को निरंतर जारी रखने का रहा। हमने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स की मदद से सभी छात्रों को जोड़ने का प्रयास किया, जिसे हम आज भी सफलतापूर्वक जारी रख रहे हैं।” घर से ऑनलाइन क्लासेज ले रहे बच्चों ने भी स्कूल के इस डिजिटल क्लासरूम को लाभदायक बताया है। छात्र मृगेश चंदेल के मुताबिक, “इन ऑनलाइन क्लासेज के जरिए बहुत से फायदे हुए हैं। जैसे हमें मोबाइल, व्हाट्सएप चलाने से लेकर गूगल मीट पर डाक्यूमेंट्स बना कर अध्यापकों से शेयर करना आदि स्किल्स सीखने को मिल रही है।” वहीं छात्रा अंजनी पोर्ते की मानें तो, “हमारी दिन में 5 कक्षाएं होती हैं, जिसमें हिंदी, इंग्लिश, मैथ्स, साइंस और एसएसडी जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल हैं। हम गूगल मीट और गूगल रूम के जरिए पढाई कर रहे हैं। यहाँ हम स्कूल की ही तरह अध्यापक से या अध्यापक हमसे प्रश्नोत्तर कर सकते हैं। जिससे कभी पढ़ाई में, या कुछ समझने में कोई दिक्कत महसूस नहीं हुई।”

उल्लेखनीय है कि अदाणी विद्या मंदिर की इस पहल से प्रदेश के आदिवासी बच्चों को पढ़ाई के लिए नए मौके मिल रहे हैं। साथ ही इन ऑनलाइन क्लासेज से जुड़कर ग्रामीण बच्चों को आधुनिक तकनीकों से भी रूबरू होने का अवसर मिल रहा है।

अदाणी फाउंडेशन के बारे में:

1996 में स्थापित, अदाणी फाउंडेशन वर्तमान में 18 राज्यों में सक्रिय है, जिसमें देश भर के 2250 गाँव और कस्बे शामिल हैं। फाउंडेशन के पास प्रोफेशनल लोगों की टीम है, जो नवाचार, जन भागीदारी और सहयोग की भावना के साथ काम करती है। वार्षिक रूप से 3.2 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित करते हुए अदाणी फाउंडेशन चार प्रमुख क्षेत्रों- शिक्षा, सामुदायिक स्वास्थ्य, सतत आजीविका विकास और बुनियादी ढा़ंचे के विकास, पर ध्यान केंद्रित करने के साथ सामाजिक पूंजी बनाने की दिशा में काम करता है। अदाणी फाउंडेशन ग्रामीण और शहरी समुदायों के समावेशी विकास और टिकाऊ प्रगति के लिए कार्य करता है, और इस तरह, राष्ट्र-निर्माण में अपना योगदान देता है।