छत्तीसगढ़-ओडिशा बार्डर पर मंगलवार दोपहर सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। सर्चिंग पर निकले जवानों पर जंगल में नक्सलियों ने फायरिंग की। इस पर जवानों ने जवाबी कार्रवाई की तो नक्सली वहां से भाग निकले। सर्चिंग के दौरान मौके से जवानों ने इंसास राइफल, गोलियां, IED बनाने का सामान सहित अन्य सामान भारी मात्रा में बरामद किया है। यह मुठभेड़ ओडिशा के मलकानगिरी और कोरापुट जिले के सीमावर्ती जंगल में हुई।
जानकारी के मुताबिक, मलकानगरी पुलिस को बड़ी वारदात के लिए सशस्त्र नक्सलियों के एकत्र होने की सूचना मिली थी। इस पर 14 जून को ओडिशा पुलिस, SOD और मलकानगिरी DVF टीम को रवाना किया गया। अगले दिन 15 जून की दोपहर कुलबेड़ा गांव के पास जंगल में जवान सर्चिंग कर रहे थे। तभी पहले से घात लगाए नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इस पर जवानों ने भी जान बचाने के लिए जवाबी कार्रवाई की।
थोड़ी देर चली मुठभेड़ के बाद भाग निकले नक्सली
थोड़ी देर चली मुठभेड़ के बाद जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली जंगल और पहाड़ का फायदा उठाते हुए भाग निकले। इसके बाद जवानों ने इलाके की तलाशी ली तो एक इंसास राइफल, 19 राउंड गोलियां, AK-47 की 15 गोलियां, एक मैगजीन, दो इंसास की मैगजीन, डेटोनेर, पावर बैंक, बैटरी और IED बनाने का सामान, किट बैग, एक कैमरा, नक्सली साहित्य, दवाएं और दैनिक उपयोग के सामान बरामद हुए हैं।
मुख्यमंत्री की अपील- नक्सली सरेंडर कर मुख्य धारा में लौटें
कुछ समय पहले मुख्यमंत्री नवीन पट्नायक और DGP नक्सलियों से सरेंडर कर मुख्य धारा में लौटने की अपील कर चुके हैं। पुलिस का कहना है कि COVID-19 से पीड़ित कई नक्सलियों के बारे में विश्वसनीय इनपुट हैं। इसलिए फिर से सक्रिय माओवादी कैडरों और मिलिशिया से अपील करते हैं कि वे शांतिपूर्ण विकासात्मक पहल का हिस्सा बनने और बेहतर चिकित्सा उपचार प्राप्त करने के लिए समाज की मुख्यधारा में शामिल हों।