छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सली जवानों को नुकसान पहुंचाने अब नए पैंतरा अपना रहे हैं। इसक खुलासा तब हुआ जब जवानों ने सुकमा जिले के रायगुड़ा की टेकरी से नक्सलियों द्वारा डंप किए गए 18 पाइप बम, आईईडी, और विस्फोटक को बरामद किया। इससे अब ये पता चला है कि माओवादी अब अपनी रणनीति में बदलाव कर रहे हैं और IED लगाने की जगह ज्यादातर पाइप बम का इस्तेमाल कर रहे हैं। लाल आतंकियों की इस बदली रणनीति का खुलासा होने के बाद पुलिस भी अब ज्यादा अलर्ट हो गई है।
इधर, एसपी के.एल ध्रुव ने भी माना है कि नक्सलियों ने जवानों को नुकसान पहुंचाने अपनी रणनीति बदली है। दरअसल, अभी नक्सलियों का जनपितुरी सप्ताह चल रहा है। इस समय नक्सली बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं।
सूचना के बाद रवाना हुई थी टीम
नक्सलियों की इस बदली रणनीति की भनक पुलिस को पहले ही लग चुकी थी। इसी की सूचना पर गोलापल्ली से डीआरजी कमांडर पवन पुनीत, एसटीएफ पीसी राजेंद्र कुजूर और देवराज नाग जिला बल के नेतृत्व में टीमें संयुक्त ऑपरेशन पर तारलगुड़ा , रायगुड़ा की ओर रवाना हुई थी। यहां टेकरी में छिपाए सामान को जवानों ने बरामद कर नक्सलियों के मंसूबे को नाकाम कर दिया।
कुछ दिन पहले चिंतागुफा-भेज्जी इलाके में भी बरामद हुआ था पाइप बम
सुकमा जिले के धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र चिंतागुफा-भेज्जी इलाके में पिछले कई दिनों से सड़क निर्माण का काम चल रहा है। यहां सड़क निर्माण की सुरक्षा में रोजाना सैकड़ों जवानों की तैनाती रहती है। इसी के चलते नक्सलियों ने जनपितुरी सप्ताह के दौरान ही जवानों को नुकसान पहुंचाने के मंसूबे से निर्माणाधीन सड़क पर पाइप बम प्लांट कर रखा था। लेकिन सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ जवानों ने अपनी सूझबूझ से पाइप बम को बरामद कर मौके पर ही डिफ्यूज कर दिया था।
नक्सलियों ने बदली रणनीति
इधर, सुकमा SP के.एल ध्रुव ने बताया कि जवानों को नुकसान पहुंचाने नक्सलियों ने अब रणनीति बदली है। अब वे ज़्यादातर पाइप बम का इस्तेमाल कर रहे हैं। फिलहाल डंप किए गए सामान को बरामद कर लिया गया है।