सरगुजा में महुआ पेड़ रोपण को मिले विशेष प्रोत्साहन-खाद्य मंत्री भगत
ग्राम अडची में रोपे गए 200 फलदार पेड़
अम्बिकापुर /मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यलय से रविवार को मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना का ऑनलाइन शुभारंभ किया। इस अवसर पर वन मंत्री मोहम्मद अकबरए अत्तिरिक्त मुख्य सचिव गृह सुब्रत साहु, प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। इस अवसर पर अम्बिकापुर जनपद के ग्राम पंचायत अडची में प्रदेश के खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत सहित जनप्रतिनिधियों तथा वरिष्ठ अधिकारियो के द्वारा करीब 200 फलदार पौधे रोपे गए।
वर्चुअल कायक्र्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि वृक्षारोपण का कार्यक्रम वन विभाग के माध्यम से हर साल किया जाता है जिसमे इमारती पेड़ो को ही रोपा जाता है। इस वर्ष पहली बार इमारती के साथ फलदार पेड़ो का रोपण बड़े पैमाने पर हो रहा है। मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना न केवल पर्यावरण के संरक्षण में अहम होगा बल्कि किसानों के लिए आय सृजन का सशक्त माध्यम भी बनेगा। उन्होंने कहा कि इस योजना से किसानो का प्रकृति से जुड़ाव होगा। जिन किसानों ने पिछले वर्ष अपनी जमीन में धान की खेती की थी उन जमीनों पर इस वर्ष विभिन्न फलदार तथा इमारती पेड़ लगाने पर तीन वर्ष तक 10 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। किसान पौधों के बीच मे खाली जमीन पर अन्य फसल की खेती भी कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के जरिये पारिस्थितिक तंत्र की पुनर्बहाली के प्रयास भी किये जायेंगे। जंगलों में फलदार वृक्ष की कमी से पशु-पक्षी भोजन की संकट से जूझ रहे हैं जिससे भोजन की तलाश में गांवों एवं शहरों की ओर आने लगे है । उन्होने कहा कि जनप्रतिनिधि इस योजना का लाभ किसानों को दिलाने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करें। किसानों को इसके फायदे बताएं।
खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत ने कहा कि यह योजना किसानों के लिए बहुत ही लाभदायक है तथा पर्यावरण को स्वच्छ रखने में कारगर होगा। उन्होंने कहा कि फलदार वृक्ष रोपण के साथ महुआ पेड़ रोपण के लिए भी किसानों को विशेष प्रोत्साहान मिले तो सरगुजा के किसानों को काफी फायदा होगा। उन्होंने कहा कि पूरे सरगुजा अंचल में महुआ के पेड़ बड़े पैमाने पर विद्यमान हैं जिससे यहाँ के लोगों की आस्था भी जुड़ी हुई है। यही कारण है कि महुआ पेड़ से इनका विशेष लगाव रहता है और महुआ पेड़ को बचाने के लिये लोग पूरी शक्ति लगा देते हैं। विशेष प्रोत्साहन मिलने से ग्रामीणों का जीवन स्तर ऊंचा होगा। उनके जीवन मे सुधार होगा।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ वनौषधीय पादप बोर्ड के अध्यक्ष बाल कृष्ण पाठक, पुलिस महानिरीक्षक आरपी साय, मुख्य वन संरक्षक अनुराग श्रीवास्तव, कलेक्टर शसंजीव कुमार झा, पुलिस अधीक्षक टी आर कोशिमा, सीईओ जिला पंचायत श्री विनय कुमार लंगेह, वनमंडलाधिकारी पंकज कमल, एसडीएम प्रदीप साहू सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी एवं किसान उपस्थित थे।