बलरामपुर – भारतीय जनता पार्टी के बलरामपुर जिला के द्वारा वर्चुअल पत्रकार वार्ता में राज्यसभा सांसद राम विचार नेताम ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में कोरोना से पूरी ताकत से लड़ने में जुटा हुआ है ।लेकिन इस संकटकाल में प्रदेश सरकार की विपक्ष की भूमिका और कांग्रेस के दोहरे रवैये अपनाने में बाज नहीं आ रहा है । जिसमें मुख्य वक्ता के रुप में रामविचार नेताम ने वर्तमान परिदृश्य में संसदीय लोकतंत्र में कांग्रेस की विपक्ष के रुप में नकारात्मक भूमिका को लेकर आक्रोश जताया वहीं अपने उद्बोधन में राज्य सरकार के रवैया पर अपनी बात रखी।
. कांग्रेस का हमेशा दोहरा चरित्र रहा है। जब प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी जी देश के स्वाभिमान की रक्षा के लिये कार्य कर रह हैं तो कांग्रेस हमेशा देश के स्वाभिमान को कमजोर करने का कार्य कर रहा है। जब देश में संसद का निर्माण राष्ट्र गौरव का कार्य है। इस दिशा में मजबूत संकल्प लिया गया है। इस पर भी कांग्रेस राजनिति करने से बाज नही आ रही है।प्रदेश कांग्रेस को यह बताना चाहिये जिस संसद भवन का विरोध कर रहा है तो प्रदेश में विधानसभा भवन का निर्माण कैसे कराया जा रहा है।
. जब पूरा देश इस एकजुटता के कोरोना को परास्त करने जुटा है।तब सिर्फ कांग्रेस केवल इस मुद्दों पर गैर वाजिब सवाल उठाकर देश का ध्यान भटकाने का कार्य कर रही है। वैश्विक स्तर पर कोरोना से लड़ने हम जितना सफल हो रहे है। दुनियां के अन्य देश के लिये सशक्त उदाहरण है।
. कोरोना से लड़ने के लिये टीका इस समय पर महात्वपूर्ण अस्त्र है ,लेकिन इस पर प्रदेश कांग्रेस की प्राथमिकता में टीकाकरण नहीं बल्कि उस पर राजनीति जरूरी है।अगर प्रदेश में समय रहते टीकाकरण प्रांरभ कर दिया जाता तो आज जो परेशानियां वर्तमान हो रही है,वह नही होती।जहा प्रदेश में जनमानस की सुरक्षा की में अहम कदम होता। लेकिन प्रदेश की कांग्रेस की सरकार को इसकी जरा भी चिंता देखने को नहीं मिल रही है।
. इस महामारी काल में अंत्योदय की चिंता हमारे हमेशा लक्ष्य में रहा है और रहेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा सबकी चिंता की है। जहा अंत्योदय की चिंता करते हुए देश की 80 करोड़ जनता को इस काल में राशन उपलब्ध करवा रही है।
. प्रदेश सरकार माननीय उच्च न्यायालय का अदेश का अनुपालन ही नही कर रही है। सर्व हित और सर्व समाज के लिये टीकाकरण नीति बनाया जाये लेकिन प्रेदश की सरकार ने अपनी जिम्मेदारियों से बचने के लिये केवल जुटी है। प्रदेश के जनता की चिंता नही हैं ।जरा भी चिंता होती तो टीकाकरण के लिये आवश्यक कदम उठाए जाते और टीकाकरण की गति देखने को मिलती।
. शहरों से लेकर गांव के स्तर पर कोरोना की भयावह तस्वीर देखने को मिल रही है। उपचार के अभाव में लगातार लोगों की मौते हो रही है। प्रदेश की सरकार को जरा भी इसकी चिंता नही है। समय रहते उपाचार नही मिलने स्थिति कहीं और चिंताजनक न हो जाये इसकी चिंता करने की जरूरत है। लेकिन प्रदेश की सरकार में आपसी संवाद नही कर विवाद करने में जुटी है।इसे में गांवों के स्तर को कोई सुविधा होने की वजह से इसका खामियाजा प्रदेश की जनता भुगतान पड़ रहा है।
. प्रदेश में कोरोना के जांच के नाम पर केवल औपचारिकता ही हो रही है। कोरोना की जांच सही समय पर नही होने व सही समय पर रिर्पोट नही मिलने पर कोरोना के विस्तार का अंदेशा बना रह रहा है। कोरोना का वास्तविक स्थिति पर पर्दा डाला जा रहा है। मौत के अंकड़े भी छिपाये जा रहे हैं।
. जब प्रदेश मे मजबूत विपक्ष सरकार से संवाद करना चाहता है तो प्रदेश की सरकार इससे बचना चाहती है। हम प्रदेश की जनता के हितों को ध्यान में रखकर सुझाव देना चाहते है। लेकिन प्रदेश की सरकार विर्चुअल बैठक करने की बात कह कर अपनी जिम्मेदारियों से बच रही है।
. प्रदेश सरकार की प्राथमिकता ऑनलाईन शराब बेचना अधिक है। जनता की जरा भी चिंता होती तो शराब से पहले लोगो को दवा उपलब्ध करने के दिशा में कार्य करती। लेकिन सरकार को प्रदेश में शराब बेचने की चिंता ज्यादा है ।पूरे प्रदेश में इस कोरोना काल के बाद भी अवैध तरीके से शराब बिक रहा है। जिस पर अंकुश लगाने के बजाये उसे प्रोत्सहित करने प्रदेश की सरकार जुटी है। नशे के कारोबारियों का यह एक प्रमुख केन्द्र बन गया है। इन सब पर इस गैरजिम्मेदाराना सरकार की कोई चिंता नही है।