राजस्थान की थार नगरी बाड़मेर में गुरुवार देर रात पुलिस मुठभेड़ (Encounter) में मारे गये कुख्यात तस्कर कमलेश (Smuggler Kamlesh) के पास हथियारों का जखीरा, लाखों रुपये की नगदी, मादक पदार्थ और 11 लग्जरी कारों का काफिला बरामद हुआ है. तस्कर के घर में चलाये गये सर्च अभियान में हथियारों का जखीरा (Stock of arms) और नगदी देखकर एकबारगी तो पुलिस भी चकरा गई. मुठभेड़ के बाद तस्कर कमलेश के घर चलाया गया सर्च ऑपरेशन शुक्रवार को सुबह तक चला.
बाड़मेर पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने प्रेसवार्ता कर बताया कि पुलिस को तस्कर कमलेश के घर से 59 लाख 69 हजार 50 रुपये की नकदी, 5 पिस्टल, 9 मैग्जीन, 121 जिंदा कारतूस, 11 लग्जरी कारें, 13 मोबाइल, 2 किलो 360 ग्राम अफीम का दूध,1 किलो 715 ग्राम डोडा पोस्त और 4 डोंगल मिले हैं. इन सबको जब्त कर लिया गया है. पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में भी लिया है. कमलेश के घर से बरामद की गई कारों की कीमत करोड़ों में है.
कमलेश प्रजापत आला दर्जे का बदमाश था
पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा के मुताबिक कमलेश प्रजापत आला दर्जे का बदमाश था. वह मादक पदार्थों की तस्करी, डकैती, हत्या, हत्या के प्रयास, हथियार तस्करी और रंगदारी के कई मामलों में लिप्त था. वह बाड़मेर के पुलिस थाना नागाणा का हिस्ट्रीशीटर था. उसके खिलाफ बाड़मेर जिले के विभिन्न थानों में सात मामले दर्ज हैं. इसके अलावा पाली में भी उसके खिलाफ पुलिस पर हमला करने का मामला दर्ज है.
पुलिस ने तस्कर के घर को घेर लिया था
उल्लेखनीय है कि बाड़मेर में देर रात पुलिस और तस्कर कमलेश के बीच मे हुई मुठभेड़ में कमलेश उर्फ कमल की गोली लगने से मौत हो गई. पाली पुलिस अधीक्षक की तरफ से सांडेराव के वांछित मुलजिम कमलेश के बाड़मेर में होने की सूचना मिली थी. इस पर उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस उप अधीक्षक पुष्पेंद्र सिंह आढ़ा के नेतृत्व में पुलिस जाब्ता उसके घर की घेराव के लिए पहुंचा था.
पुलिस ने तीन राउंड फायर किये
वहां पुलिसकर्मियों ने उसे खुद को पुलिस के हवाले करने की बात कही तो उसने घर के गेट को तोड़कर गाड़ी को भगाने की कोशिश की. इसी दौरान उसने हेड कांस्टेबल मेहाराम पर गाड़ी चढ़ा दी. पुलिस की आत्मरक्षा के लिए कमांडो दिनेश ने 3 राउंड फायरिंग की. इसमें एक गोली कमलेश के लग गई जिससे उसकी मौत हो गई है.