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पाकिस्तान में अवैध हथियारों की सबसे बड़ी मंडी:AK-47 से एंटी एयरक्राफ्ट गन तक दर्रा अदमखेल में सब मिलेगा, हर देश के हथियार का डुप्लीकेट भी मिलता है

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इस साल 13 मार्च को शोपियां मुठभेड़ में मारे गए आतंकी से जो हथियार बरामद हुए, उनमें अमेरिका की M-4 कार्बाइन भी थी। जम्मू-कश्मीर के DGP दिलबाग सिंह ने बताया कि कार्बाइन पाकिस्तान या अफगानिस्तान की बनी है। भास्कर पेशावर के दर्रा अदमखेल पहुंचा, जो अवैध हथियारों की फैक्ट्री और तस्करी के लिए दुनियाभर में बदनाम है।

यहां आप एंटी एयरक्राफ्ट गन, मोर्टार, रॉकेट लॉन्चर और AK-47 तक किसी भी हथियार का नाम लीजिए, यहां सबकुछ मिलेगा, वह भी बेहद कम दाम में। पेशावर से करीब 35 किमी दूर गोलियों की तड़तड़ाहट सुनाई पड़े तो समझ लें दर्रा अदमखेल करीब है। पहाड़ी के बीच बसे एक लाख आबादी वाले इस शहर में अवैध हथियार बनाने की करीब 100 फैक्ट्रियां हैं।

इनमें पिस्टल, एंटी एयरक्राफट गन, एलएमजी, मशीनगन, मोर्टार, शॉटगन से लेकर अमेरिकन M-4 कार्बाइन और रूस की कलाश्निकोव (एके-47) राइफल तथा ग्रेनेड और गोला-बारूद सब बनता है। खरीदने वाले फायर टेस्ट करते हैं। इसलिए दिनभर गोलियां गूंजती हैं। दर्रा अदमखेल में करीब 2000 हजार दुकानें हैं, जिनमें 1800 से ज्यादा हथियारों की हैं।

5-6 लाख वाली विदेशी गन 30-35 हजार में तैयार
एक फैक्ट्री में 25 साल से काम कर रहे असल खान दर्जनों AK-47 बना चुके हैं। हथियार डीलर हाजी शाह गुल ने बताया कि हम 5-6 लाख वाली विदेशी गन 30-35 हजार रुपए में बना देते हैं। हमारे कारीगर अमेरिका, जर्मनी, तुर्की, चीन, रूस किसी भी देश के हथियार का डुप्लीकेट बना सकते हैं। हालांकि वह कहते हैं कि कुछ समय से सरकारी प्रतिबंधों के कारण बाजार कम हुआ है।

पाकिस्तान में सबसे ज्यादा अवैध हथियार यहीं बन रहेे
एक फैक्ट्री के मालिक शाह सऊद ने बताया, उनका परिवार 50 साल से इस काम में है। पहले यह हथियारों का कारोबार हुजरा (गेस्ट हाउस) होता था, बाद में पूरा बाजार बन गया। अब सऊद ने बताया कि दर्रा अदमखेल के स्वायत्त जनजातीय क्षेत्र से हटने से यहां कई बंदिशें लग गई हैं। हालांकि अब भी पाकिस्तान में सबसे ज्यादा अवैध हथियार यहीं बनते हैं। यहां 90% रोजगार हथियारों के कारोबार में ही है।

आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हथियारों की जब्ती दोगुना बढ़ी
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ जारी लड़ाई में हथियारों की जब्ती में जबरदस्त इजाफा हुआ है। 2020 में 475 हथियार जब्त हुए, जबकि 2019 में संख्या आधी थी। इन हथियारों में एम-4 कार्बाइन समेत कई हथियार और गोला-बारूद हैं।

सुरक्षाबलों की सख्ती और आतंकियों के खिलाफ जारी कार्रवाई के चलते सीमापार से हथियारों की तस्करी बढ़ी है। हाल ही में पंजाब के अमृतसर में भारत-पाकिस्तान सीमा के करीब विदेशी हथियार बरामद हुए। यहां से एक AK-56, एक मैग्जीन 5 जिंदा कारतूस, एक AK-47, प्वाइंट 303 गन, और एक प्वाइंट 30 चाइनीज पिस्टल बरामद हुई है।