नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Ministry of Civil Aviation) ने पिछले साल लगे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान बुक किए गए फ्लाइट टिकट (Flight Ticket) के रिफंड पर चूक करने वाली एयरलाइन कंपनियों पर असंतोष व्यक्त किया है. मंत्रालय ने उनके इस रवैये पर नाराजगी जाहिर की है. बता दें कि लॉकडाउन के दौरान रद्द हुईं डॉमेस्टिक फ्लाइट्स के हवाई किराए का रिफंड यात्रियों को देने की 31 मार्च 2021 की डेडलाइन रखी गई थी. इस डेडलाइन को सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल अक्टूबर में जारी किए आदेश के जरिए तय किया था.
MoCA सचिव ने बुधवार को क्रेडिट शेल रिफंड के संबंध में सभी एयरलाइन कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की अध्यक्षता की.
एयरलाइन कंपनियों को लगाई फटकार
एक अधिकारी ने बताया, ‘MoCA सचिव ने क्रेडिट शेल रिफंड के मामले में सभी एयरलाइन कंपनियों के साथ आज एक बैठक की और पिछले साल लॉकडाउन से पहले पैसेंजर्स द्वारा खरीदी गई टिकटों का पैसा वापस नहीं करने को लेकर एयरलाइन कंपनियों को फटकार लगाई. गोएयर और इंडिगो ने मंत्रालय को अपना वचन पत्र (Undertaking) सौंप दिया है, जिसमें कहा गया है कि उन्होंने सभी क्रेडिट शेल को पैसेंजर्स को रिफंड कर दिया है.
सुप्रीम कोर्ट ने दिया था यह आदेश
बता दें कि 25 मार्च से लेकर 25 मई तक के लॉकडाउन पीरियड में कैंसिल हुई हवाई उड़ानों के मामले में विमानन कंपनियों ने यात्रियों द्वारा पे किए जा चुके बुकिंग अमाउंट को क्रेडिट शेल्स में तब्दील कर दिया था. इसका मतलब है कि बुकिंग अमाउंट रिफंड नहीं होता, इसे यात्री आगे कभी हवाई सफर करने के लिए इस्तेमाल कर सकते थे. लेकिन इस मामले के सुप्रीम कोर्ट पहुंचने पर कोर्ट ने आदेश दिया कि विमानन कंपनियां 31 मार्च 2021 तक ही रिफंड अमाउंट को क्रेडिट शेल में रख सकती हैं. अगर इस तारीख तक यात्री पहले से पे किए जा चुके बुकिंग अमाउंट को इस्तेमाल नहीं करता है तो विमानन कंपनियों को वह धनराशि यात्रियों को लौटानी होगी.
इंटरनेशनल फ्लाइट के मामले में यह था आदेश
अंतरराष्ट्रीय बुकिंग के मामले में कोर्ट ने आदेश था कि कैंसिल्ड फ्लाइट्स का बुकिंग अमाउंट आदेश जारी होने के 15 दिनों के अंदर विमानन कंपनी या ट्रैवल एजेंट द्वारा यात्री को लौटा दिया जाए. दिसंबर 2020 में सरकार ने कहा था कि एयरलाइंस ने कैंसिल्ड फ्लाइट्स के मामले में लगभग तीन चौथाई अमाउंट यात्रियों को रिफंड कर दिया है. लेकिन अभी भी कई यात्री ऐसे हैं, जिनके पास अपने रिफंड को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है.
भारत की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन इंडिगो ने ग्राहकों को लगभग 1,030 करोड़ रुपये वापस कर दिए हैं. इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड द्वारा संचालित एयरलाइन ने एक बयान में कहा, “इंडिगो ने 99.95% ग्राहक क्रेडिट शेल और रिफंड का वितरण पूरा कर लिया है.