फोर्ब्स पत्रिका ने दुनियां के अरबपतियों की लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट में भारत का नंबर तीसरा है, जहां दुनिया के सबसे ज्यादा अरबपति रहते हैं. लिस्ट में पहले नंबर पर अमेरिका और दूसरे नंबर पर चीन है. बड़ी बात यह है कि संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में अभी भी 37 करोड़ लोग गरीबी में जीवन जी रहे हैं.
कौन कितने नंबर पर?
724 अरबपतियों के साथ अमेरिका टॉप पर
698 अरबपतियों के साथ चीन दूसरे नंबर
140 अरबपतियों के साथ भारत तीसरे स्थान
इसके बाद जर्मनी और रूस का स्थान है
भारत ही नहीं एशिया के सबसे अमीर शख्स हैं मुकेश अंबानी
अरबपतियों की लिस्ट में भारत में रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने चीनी कारोबारी जैक मा को पछाड़कर एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति का स्थान फिर हासिल कर लिया है. मुकेश अंबानी को वैश्विक अरबपतियों की सूची में 10वां स्थान मिला. उन्होंने 84.5 अरब अमेरिकी डॉलर की संपत्ति के साथ एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति का दर्जा फिर पा लिया. पिछले साल चीन के जैक मा एशिया के सबसे धनी व्यक्ति थे. इस सूची में मा पिछले साल के 17वें स्थान से गिरकर 26वें स्थान पर आ गए.
गौतम अडानी भारत के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति
भारत के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति अडाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी 50.5 अरब अमरीकी डालर की संपत्ति के साथ अरबपतियों की वैश्विक सूची में 24वें स्थान पर हैं. पूनावाला समूह के चेयरमैन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के संस्थापक साइरस पूनावाला वैश्विक सूची में 169वें स्थान पर और भारतीय अरबपतियों की सूची में सातवें स्थान पर हैं.
भारत के तीसरे सबसे अमीर शख्स हैं शिव नाडर
एचसीएल टेक्नालॉजीज के संस्थापक शिव नाडर, भारत के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं और विश्व स्तर पर उनका 71वां स्थान हैं. उनकी कुल संपत्ति 23.5 अरब अमरीकी डॉलर है.
फोर्ब्स की दुनिया के अरबपतियों की 35वीं वार्षिक सूची में अमेजन के सीईओ और संस्थापक जेफ बेजोस लगातार चौथे साल टॉप पर हैं. फोर्ब्स ने कहा कि बेजोस की शुद्ध संपत्ति 177 अरब अमरीकी डॉलर है, जो एक साल पहले 64 अरब अमरीकी डॉलर थी.
एलन मस्क दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स
इस सूची में दूसरे स्थान पर स्पेसएक्स के संस्थापक एलन मस्क हैं, जिनकी संपत्ति में डॉलर की मद में सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई. मस्क की कुल संपत्ति पिछले साल के मुकाबले 126.4 अरब डॉलर बढ़कर 151 अरब डॉलर हो गई. पिछले साल वह 24.6 अरब डॉलर के साथ इस सूची में 31वें स्थान पर थे. फोर्ब्स ने कहा कि इसकी मुख्य वजह टेस्ला के शेयरों में 705 फीसदी की बढ़ोतरी है.