मार्च में कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए राज्य में गहलोत सरकार ने 22 मार्च से जयपुर समेत 8 शहरों में नाइट कर्फ्यू लगाया था, लेकिन इसका कोई खास असर नहीं दिखा। नाइट कर्फ्यू के बाद मंगलवार तक राज्य में मिले कोरोना केस में से 65 फीसदी से ज्यादा केस इन्हीं शहरों में सामने आए हैं। कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए अब उन जिलों में भी कलेक्टरों ने नाइट कर्फ्यू लगा दिया, जहां केसों की संख्या इन शहरों में तुलना में बहुत कम है। इसमें भरतपुर, अलवर, बीकानेर शहर शामिल हैं।
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, नाइट कर्फ्यू लगने के बाद 23 मार्च से अब तक राज्य में 17484 कोरोना के नए केस मिले हैं। इनमें से 11,442 केस तो केवल इन्हीं 8 शहरों में आए हैं। नाइट कर्फ्यू राजधानी जयपुर के अलावा अजमेर, भीलवाड़ा, जोधपुर, उदयपुर, कोटा और डूंगरपुर जिले के दो शहर कुशलगढ़ व सागवाड़ा में लगाया था। इन शहरों में सबसे ज्यादा केस जयपुर में 2 हजार 997 आए हैं, जबकि सबसे कम 670 भीलवाड़ा में आए हैं।
नाइट कर्फ्यू वाले शहरों में 15 दिन की स्थिति…
शहर पॉजिटिव केस मौत
जयपुर 2997 4
जोधपुर 2149 5
कोटा 1977 4
उदयपुर 1688 5
डूंगरपुर 1066 1
अजमेर 895 7
भीलवाड़ा 670 1
(कुशलगढ़ व सागवाड़ा में नाइट कर्फ्यू लगा है। यह दोनों डूंगरपुर जिले में आते हैं)
आधी से ज्यादा मौत भी इन्हीं शहरों में
कोरोना केसों के अलावा मौत के आंकड़ों को देखें तो इन्हीं आठ शहरों में सबसे ज्यादा मौत हुई है। राज्य के कुल 33 जिलों में बीते 15 दिन के अंदर कोरोना से 47 मरीजों की जान चली गई। इसमें 27 मरीज इन 8 शहरों से थे। उदयपुर, जयपुर, जोधपुर और कोटा में तो एक्टिव केस बढ़ने के कारण मरीजों का लोड भी अस्पतालों पर अब दिखने लगा है।
रिकवरी रेट 3. 39% नीचे आकर 94% पर आई
राजस्थान में कोरोना की स्थिति भयावह होती जा रही है। मंगलवार को पूरे प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान 2236 मामले सामने आए हैं। जबकि 13 मरीजों की जान चली गई। बढ़ते नए केस और एक्टिव केसों के कारण रिकवरी रेट का ग्राफ भी डाउन हो रहा है। 15 दिन पहले तक राज्य में रिकवरी रेट लगभग 97.86 फीसदी था, जो अब 3.39% गिरकर 94.39% पर पहुंच गया है। मंगलवार को राज्य में मिले केसों को देखें तो सबसे ज्यादा जयपुर में 413 मामले आए थे। इसके बाद जयपुर, जोधपुर और उदयपुर और फिर कोटा जिले का नंबर है।