हाईवे का निर्माण करने वाली कंपनी से रिश्वत मांगने के आरोप में एसीबी की गिरफ्त में आई बांदीकुई एसडीएम पिंकी मीणा पहली बार घूस मांगते हुए डर गई थी। कितना पैसा रिश्वत में लेना है, तब उसे यह भी अंदाजा नहीं था। मीणा ने रिश्वत की रकम पहले मुंह से बोलकर नहीं बल्कि कागज पर लिखकर मांगी थी। कागज पर 6 लाख लिखे थे। पिंकी की घूसखोरी की ऐसी चौंकाने वाली कहानियां 4000 पेज की एसीबी की चार्जशीट में परत दर परत सामने आ रही हैं।
एसीबी चार्जशीट में परिवादी और पिंकी मीणा के बीच रिकॉर्ड की गई बातचीत का ब्यौरा दिया गया है। शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने ट्रैप करने के लिए परिवादी को डिजिटल वॉयस रिकॉर्डर के साथ पिंकी के पास भेजा था। सबसे पहले 18 दिसंबर 2020 को हुई बातचीत का ब्यौरा है। इस बातचीत में पिंकी यह भी कह रही है कि पहले उसे समझ ही नहीं थी कि कितना पैसा लेना है। इसलिए 6 लाख बता दिए थे। अब 10 लाख रुपए देने होंगे।
जिस दिन पिंकी मीणा पकड़ी गई, उस दिन 13 जनवरी को वह दिन भर मुख्यमंत्री की वीसी में थी। इसके बावजूद बीच में समय निकालकर परिवादी से रिश्वत की बात करने के लिए बाहर आ गई। और पहले तय हुई रकम खुद नहीं लेकर जयपुर में हाईवे कंपनी के प्रतिनिधि अमित को देने की बात कहने लगी। उस दिन मुख्यमंत्री की वीसी नहीं होती तो पिंकी वहीं पर रिश्वत की रकम ले लेती।