सोना खरीदने वालों के पास इस समय अच्छा मौका है क्योंकि सोने की कीमतों में लगातार गिरावट देखी जा रही है. पिछले 3 महीने से भी कम समय में सोने के दाम में 6000 रुपये तक गिरावट आ चुकी है.
सोने की कीमतों (Gold Price Today) में लगातार गिरावट देखी जा रही है. अबतक सोने के दाम लगभग 11 महीने के निचले पर स्तर आ चुके हैं. सोने ने पिछले साल अगस्त में 56,200 के उच्चतम स्तर को छुआ था, लेकिन अब सोना 22 फीसदी की गिरावट के साथ 12,400 रुपये प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हो चुका है. वहीं अगर इस साल की बात की जाए तो 3 महीने से भी कम समय में इसके दाम में 6000 रुपये तक कमी आई है.
दिल्ली सराफा बाजार में पिछले कारोबारी सत्र में 24 कैरेट सोना 44601 रुपये और 23 कैरेट 44422 रुपये पर बंद हुआ था. वहीं चांदी 110 रुपये प्रति किलो की मजबूती के साथ 66480 रुपये पर खुली. एक्सपर्ट का कहना है कि वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण में सुधार के कारण सोने की कीमतों में कमी आई है.
सोने की कीमतों में आ सकती है और गिरावट
एक्सपर्ट का मानना है कि सोने की कीमतों का कमजोर होना शायद लंबे समय के लिए ना हो. डॉलर में कमजोरी, बढ़ती मुद्रास्फीति के दबाव और मौद्रिक विस्तार का सोने की कीमत पर सीधा असर पड़ा है.
जानिए कितना हो सकता है सस्ता
एनालिस्ट मान रहे हैं कि अभी सोने में और गिरावट आएगी. माना जा रहा है कि सोना 1500 डॉलर प्रति औंस तक गिर सकता है, जिसके बाद इसमें स्थिरता दिखेगी. यानी इस हिसाब से भारतीय रुपयों में देखा जाए तो सोना 40000 हजार से नीचे आ सकता है.
निवेश करें या ना?
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल AMC के प्रोडक्ट डेवलपमेंट एंड स्ट्रेटेजी हेड, चिंतन हरिया कहते हैं, निवेशक के सोने में निवेश करने का ये अच्छा समय है. पिछले साल भी सोने का रिटर्न करीब 25 फीसदी रहा था. अगर आप लॉन्ग टर्म के लिए निवेश कर रहे हैं तो सोना अभी भी निवेश के लिए बेहद सुरक्षित और अच्छा विकल्प है, जिसमें शानदार रिटर्न मिलता है. हालांकि, विशेषज्ञ मान रहे हैं कि सोना 40 हजार के लेवल के नीचे भी जा सकता है, तो आप कुछ दिन और रुक सकते हैं.
गोल्ड ईटीएफ में निवेशक दिखा रहे रुचि
निवेशकों का गोल्ड ईटीएफ के प्रति आकर्षण बना हुआ है. इस साल फरवरी में उन्होंने गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में शुद्ध रूप से 491 करोड़ रुपए निवेश किए. निवेशक अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम कम होने, रुपए की विनिमय दर में वृद्धि तथा सीमा शुल्क में कमी से घरेलू बाजार में कम दर का लाभ उठाते हुए निवेश बढ़ा रहे हैं.
एसोसएिशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के आंकड़े के अनुसार इससे पहले जनवरी में निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ में शुद्ध रूप से 625 करोड़ रुपए और दिसंबर में 431 करोड़ रुपए निवेश किए थे. इससे पहले, नवंबर में स्वर्ण ईटीएफ में 141 करोड़ रुपए की निकासी हुई थी. स्वर्ण ईटीएफ में निवेश जारी रहने से यह पता चलता है कि निवेशकों के बीच स्वर्ण के रूप में इस उत्पाद में निवेश को लेकर स्वीकार्यता बढ़ रही है.