.पहले कांग्रेस की कमलनाथ (Kamalnath) सरकार गिरायी फिर बीजेपी (BJP) का साथ देकर शिवराज को मुख्यमंत्री बनवाया और अब चाहते हैं कि महाराज ही मुख्यमंत्री बनें.दलबदल कर बीजेपी में शामिल हुए सिंधिया समर्थक इसी दिशा में बढ़ रहे हैं.आज मौका स्व.माधवराव सिंधिया की जयंती का था लेकिन चर्चा में हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया. समर्थकों ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की मांग उठा दी है.
पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद अब उनके समर्थक उन्हें मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनते देखना चाहते हैं.यही वजह है कि आज पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे उनके पिता स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की जयंती पर एक बार फिर ये मांग उठी कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को मुख्यमंत्री बनाया जाए.
दल बदल गए थे सिंधिया
कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री न बनाए जाने से नाराज़ ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दल बदल लिया था.बीजेपी का साथ देकर सरकार बनवा दी.शिवराज मुख्यमंत्री बन गए और सिंधिया समर्थक वजनदार महकमों के मंत्री बना दिये गए.लेकिन समर्थकों की अपने नेता यानि ज्योतिरादित्य सिंधिया को मुख्यमंत्री पद पर देखने की ख्वाहिश अधूरी ही रह गयी.ये ख्वाहिश फिर हिलोरे मार रही है.
पिता की जयंती पर बेटे का जाप
ज्योतिरादित्य के पिता और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. माधवराव सिंधिया की आज जयंती है. इंदौर के बंगाली चौराहे पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने उनके कट्टर समर्थक मंत्री तुलसी सिलावट पहुंचे थे.इस दौरान उनके समर्थकों ने ये मांग उठा दी कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को अब प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाना चाहिए. वैसे तो उनके समर्थक लम्बे समय से सिंधिया को बतौर मुख्यमंत्री देखने की इच्छा मन में पाले हुए हैं.उनकी इस इच्छा को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ये कहकर हवा दे दी कि यदि सिंधिया कांग्रेस में बने रहते तो मुख्यमंत्री बनते.बस उसके बाद से उनके समर्थक उत्साह में आ गए और अब वे खुले तौर पर सिंधिया को मुख्यमंत्री बनाने की मांग करने लगे.
बस इतना सा ख्वाब है
सिंधिया समर्थक परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के भाई दीपक राजपूत ने इंदौर में कहा सबकी इच्छा है सिंधिया मुख्यमंत्री बनें.जब वो कांग्रेस में थे तब भी हम लोग चाहते थे कि वो प्रदेश की कमान संभालें और आज जब वे बीजेपी में हैं तब भी हम लोग यही चाहते हैं कि सिंधिया मुख्यमंत्री बनें.
सिलावट के कड़वे बोल
राज्य के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा ज्योतिरादित्य सिंधिया जब कांग्रेस में थे,उस समय राहुल गांधी को सिंधिया जी की याद नहीं आई.तब मुख्यमंत्री का पद उन्हें याद नहीं आया.अब क्यों सिंधिया की याद आ रही है.उस समय उनका सम्मान करना था.लेकिन अब बीजेपी में आने के बाद राहुल गांधी को सिंधिया की चिंता सता रही है.सिंधिया परिवार की देश और प्रदेश में एक साख है,जहां तक मुख्यमंत्री बनने का सवाल है सिंधिया परिवार न तो माधवराव सिंधिया न ज्योतिरादित्य सिंधिया कभी पद के पीछे नहीं भागे.
सिलावट के कड़वे बोल
राज्य के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा ज्योतिरादित्य सिंधिया जब कांग्रेस में थे,उस समय राहुल गांधी को सिंधिया जी की याद नहीं आई.तब मुख्यमंत्री का पद उन्हें याद नहीं आया.अब क्यों सिंधिया की याद आ रही है.उस समय उनका सम्मान करना था.लेकिन अब बीजेपी में आने के बाद राहुल गांधी को सिंधिया की चिंता सता रही है.सिंधिया परिवार की देश और प्रदेश में एक साख है,जहां तक मुख्यमंत्री बनने का सवाल है सिंधिया परिवार न तो माधवराव सिंधिया न ज्योतिरादित्य सिंधिया कभी पद के पीछे नहीं भागे.
राहुल गांधी ने कहा था..
8 मार्च को राहुल गांधी ने यूथ कांग्रेस के एक कार्यक्रम में बयान दिया था.उन्होंने कहा था कि सिंधिया जो कांग्रेस में निर्णायक भूमिका में थे,अब वो बीजेपी में बैक बेंचर बने हुए हैं. यदि वे कांग्रेस में होते तो उन्हें मुख्यमंत्री भी बनाया जाता.राहुल गांधी की ये बात सिंधिया समर्थकों को घर कर गई और उन्होंने माधवराव सिंधिया की जयंती पर ज्योतिरादित्य सिंधिया को मुख्यमंत्री बनाने की मांग फिर उछाल दी है.