ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) ने उनके नाम से फर्जी ई-मेल आईडी बनाकर कंगना रनौत (Kangana Ranaut) को मेल भेजे जाने के मामले में शनिवार को अपना बयान दर्ज करा दिया. उन्होंने मुंबई क्राइम ब्रांच की क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट के सामने अपना बयान दर्ज कराया.
बॉलीवुड एक्टर ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) ने उनके नाम से फर्जी ई-मेल आईडी बनाकर एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) को मेल भेजे जाने के मामले में शनिवार को अपना बयान दर्ज करा दिया. उन्होंने 2016 की अपनी एक शिकायत के सिलसिले में शनिवार को मुंबई क्राइम ब्रांच की क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट (Crime Intelligence Unit) के सामने अपना बयान दर्ज कराया.
एक अधिकारी ने बताया कि रोशन पूर्वाह्न करीब पौने 12 बजे दक्षिण मुंबई में पुलिस आयुक्त के ऑफिस पहुंचे. वे बयान दर्ज कराने के लिए लगभग ढाई घंटे तक पुलिस कमिश्नर के ऑफिस में रहे, उसके बाद वहां से गए. उन्होंने मास्क और काली टोपी पहन रखी थी.
सीआईयू कार्यालय क्रॉफोर्ड बाजार में पुलिस आयुक्त कार्यालय के मुख्य भवन में है. आयुक्त कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी और छायाकार मौजूद थे. अधिकारी ने बताया कि सहायक पुलिस निरीक्षक की अगुवाई वाली सीआईयू अधिकारियों की एक टीम ने रोशन का बयान दर्ज किया.
मुंबई पुलिस की क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट ने इस मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए शुक्रवार को ऋतिक रोशन को समन जारी किया था. रोशन ने 2016 में एक शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि किसी ने फर्जी ई-मेल आईडी से उनके नाम का इस्तेमाल करके एक्ट्रेस कंगना रनौत को ई-मेल भेजे हैं.
ऋतिक रोशन ने ही साल 2016 में यह मुकदमा दर्ज कराया था. रोशन ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने फर्जी ई-मेल आईडी से उनके नाम पर कंगना रनौत को मेल भेजे हैं. जब इस आरोप की जानकारी कंगना को हुई तो उन्होंने जवाब में कहा था कि जिस आईडी से उन्हें ई-मेल किए गए थे वह आई-डी उन्हें रोशन ने ही दिए थे और 2014 तक वे उसी ई-मेल आईडी से उनसे कम्यूनिकेट करते थे.
2016 में, ऋतिक रोशन ने कंगना रनौत को एक कानूनी नोटिस भेजा था क्योंकि उन्होंने एक्टर को कथित रूप से सिली एक्स कह दिया था. रोशन ने उनके और कंगना के बीच किसी भी तरह के रिश्ते से इनकार किया था. दोनों कलाकारों ने काइट्स (2010) और क्रिश 3 (2013) जैसी फिल्मों में काम किया था. रोशन ने तब दावा किया था कि कंगना उन्हें बेतुके ईमेल भेज रही थीं. 2016 में साइबर सेल ने ऋतिक रोशन के लैपटॉप और फोन को भी जांच के लिए अपने कब्जे में ले लिया था. यह मामला पहले मुंबई पुलिस के साइबर सेल के पास था. ऋतिक रोशन के वकील के विशेष अनुरोध पर दिसंबर 2020 में इसे CIU में स्थानांतरित कर दिया गया था.