हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड ने प्रदेश में निजी स्कूलों की संबद्धता की जांच और निरीक्षण करने के लिए कमेटी का गठन किया है. कमेटी इस महीने के आखिर तक अपनी रिपोर्ट बोर्ड की देगी. बोर्ड रिपोर्ड के आधार पर ही स्कूलों की संबंद्धता तय करेगा.
हिमाचल प्रदेश में अब निजी स्कलों (Private School) की संबद्धता (Affiliation) की जांच होगी. इसके लिए प्रदेश के स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ही बोर्ड की ओर से निजी स्कूलों की संबद्धता से जुड़ा निर्णय लिया जाएगा.
अभी तक दी गई थी अस्थाई संबद्धता
स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी के अनुसार प्रदेश में अभी तक कोरोना के कारण निजी स्कूलों को अस्थाई संबद्धता दी गई थी. अब कोरोना के मामले कम हो रहे हैं. ऐसे में बोर्ड की ओर से गठित कमेटी निजी स्कूलों का निरीक्षण शुरू करेगी. इसी के आधार पर प्राइवेट स्कूलों को नए शैक्षणिक सत्र के लिए संबद्धता दी जाएगी.
बोर्ड ने नए शैक्षणिक सत्र के लिए मांगें हैं आवेदन
बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि साल 2021-22 के शिक्षा सत्र के लिए कक्षा 9वीं से 12वीं तक की नवीनीकरण संबद्धता यानी एफिलिएशन के लिए कक्षा स्तरोन्नत एवं नई संबद्धता प्राप्त करने के लिए निजी शिक्षण संस्थानों से आवेदन मांगे गए थे. जिसमें से विभिन्न प्रकार की संबद्धता के लिए कांगड़ा जिला के अलग-अलग हिस्सों से 1205 स्कूलों ने आवेदन किया. इनमें से 1087 स्कूलों ने नवीनीकरण के लिए आवेदन किया.
20 टीमों का किया गया है गठन
डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने कहा कि निरीक्षण के लिए 20 टीमों का गठन किया गया है. 16 फरवरी से निरीक्षण कार्य शुरू हो गया. उन्होंने बताया कि नए एफिलिएशन के लिए 54, अपग्रेडेशन के लिए 39, 3 से 5 साल की एफिलिएशन के लिए अब तक 30 मामले आए हैं.
यह निरीक्षण कार्य इसी महीने खत्म होगें. इसके बाद एफिलिएशन संबंधी औपचारिक्ताओं को टीम द्वारा जांचा जाएगा, जिसके बाद स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट के आधार पर ही स्कूलों के एफिलिएशन को कंफर्म किया जाएगा.