सरकार के शीर्ष अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर सीएनएन- बताया, “डिसएंगेजमेंट की ये स्पीड हैरान करने वाली है.”
पूर्वी लद्दाख (Northern Ladakh) में पैंगोंग त्सो झील (Pangong Tso Lake) के किनारे पर पिछले आठ घंटों में चीन के करीब 200 टैंक पीछे हो गए हैं. पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (People’s Liberation Army) ने अपने जेट्टी, हेलीपैड, टेंट और ऑब्जर्वेशन पॉइंट्स को नष्ट कर दिया है. इसका निर्माण अप्रैल 2020 के बाद फिंगर 4 और फिंगर 8 के बीच किया था. पैंगोंग झील के उत्तरी तट के 134 किमी में एक हथेली की तरह फैला हुआ है, और इसके विभिन्न एक्सटेंशन “फिंगर्स” के रूप में पहचाने जाते हैं ताकि क्षेत्र का सीमांकन किया जा सके.
सरकार के शीर्ष अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर सीएनएन बताया, “डिसएंगेजमेंट की ये स्पीड हैरान करने वाली है.खास तस्वीरों में चीनी सैनिकों और पैंगोंग त्सो के तट की टैंकर हटे हुए दिख रहे हैं, जहां वे लगभग दस महीने से भारत के सामने तैनात थे. तस्वीरों और वीडियो से यह भी पता चलता है कि पिछले 10 महीनों में सैन्य अभ्यास के चलते जो निर्माण किए गए थे उसने हटाने के लिए चीनी सैनिक क्रेनों का इस्तेमाल कर रहे हैं, इन्हें ट्रक द्वारा इंफेंट्री में ले जाया जा रहा है.
अप्रैल 2020 के बाद जब लद्दाख में चीनी आक्रामकता ने सीमा पर गतिरोध पैदा कर दिया उसके बाद से हुए निर्माण को उखाड़ा जा रहा है. यह विघटन प्रक्रिया की स्थितियों में से एक थी, जिसे पिछले सप्ताह पैंगोंग त्सो के दक्षिणी और उत्तरी बैंकों में शुरू किया गया था. दोनों देशों द्वारा 10 फरवरी को विघटन को लेकर समझौता हुआ, जिसके तहत चीन अपने सैनिकों को फिंगर 8 में ले जाना शुरू करेगा और भारत फिंगर 3 की ओर वापस जाएगा. भारत धन सिंह थापा प्रशासन शिविर में अपने सैनिकों को बनाए रखेगा.
इस लंबे गतिरोध के प्रभाव के बारे में बताते हुए, राजनीतिक विश्लेषक पथिकृत पायने ने कहा, “विघटन हो रहा है लेकिन चीन पर अविश्वास मजबूत बना रहेगा.”
15-20 दिन में पूरा हो जाएगा पहले चरण का कार्य
सरकार के सूत्रों ने इससे पहले बताया था कि पहले चरण का कार्य 15-20 दिनों में पूरा हो जाएगा. उन्होंने कहा कि दक्षिण बैंक में जिस रणनीतिक ऊंचाई पर भारत का कब्जा है, वह इस चरण में खाली होगी.
भारत उत्तरी बैंक में विघटन प्रक्रिया की बारीकी से निगरानी कर रहा है. मानवरहित हवाई वाहनों और उपग्रहों के माध्यम से सत्यापन की प्रक्रिया जारी है.
“एक समझौता है. हर कदम पर एक आपसी सत्यापन होगा. कैलाश रेंज में एक बार फिर से असंगति दिखाई देगी तो फिर हम पैंगोग त्सो में इसे आगे बढ़ाएंगे.”
दक्षिण बैंक में टैंकों और बख्तरबंद वाहनों का विस्थापन पिछले सप्ताह तक पूरा हो गया था; दोनों तरफ 100 से अधिक टैंक थे.
पैंगोंग त्सो में विस्थापन पूरा होने के 48 घंटे बाद 10 वीं वाहिनी कमांडर की बैठक होगी. सूत्रों ने कहा कि ऐसा तब है जब अन्य घर्षण बिंदुओं जैसे डेपसांग और गोगरा हॉटस्परिंग और डेमचोक पर चर्चा की जाएगी.