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Toolkit Case: टूलकिट केस में शांतनु मुलुक की पुलिस को तलाश, बीजेपी बोली- शिवसेना से है ‘गहरा नाता’

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शांतनु के चाचा सचिन मुलुक शिवसेना के जिला अध्यक्ष हैं, जबकि शांतनु के पिता शिवलाल मुलुक शिवसेना से ही नगर पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं.

ग्रेटा थनबर्ग टूलकिट मामले (Greta Thunberg Case) में एक्टिविस्ट दिशा रवि (Disha Ravi) की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को दो और लोगों की तलाश है. ये हैं- मुंबई की वकील निकिता जैकब और इंजीनियर शांतनु मुलुक. इन दोनों के खिलाफ पुलिस ने गैर-जमानती वारंट जारी किए हैं. इन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की तरफ से लगातार छापेमारी की जा रही है. इस बीच पुलिस सूत्रों ने दावा किया है कि शांतनु एक हफ्ते तक किसान आंदोलन में शामिल रहा. इसके अलावा शांतनु के शिवसेना के साथ कनेक्शन को लेकर भी कई खुलासे हुए हैं.

बता दें कि एक्टिविस्ट दिशा रवि इन दिनों पुलिस रिमांड में हैं. कहा जा रहा है कि दिशा ने पूछताछ के दौरान शांतनु का नाम लिया. पुलिस के मुताबिक, शांतनु किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए दिल्ली आया था. वो टिकरी बॉर्डर पर 20 से 27 जनवरी तक मौजूद रहा. इसी दौरान टूलकिट के जरिए भारत की छवि खराब करने के लिए सारी प्लानिंग की गई.

शांतनु का शिवसेना कनेक्शन
शांतनु ने मुंबई से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. महाराष्ट्र में बीजेपी नेता राम कदम ने ट्वीट कर ये दावा किया है कि शांतनु के परिवार का कनेक्शन शिवसेना से है. उनके चाचा सचिन मुलुक, शिवसेना के जिला अध्यक्ष हैं. शांतनु के पिता शिवलाल मुलुक शिवसेना से ही नगर पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं. शांतनु का चचेरा भाई चुलत भाऊ भी बीड़ में शिवसेना का जिला प्रमुख है. अभी फिलहाल शांतनु का परिवार कॉट्रैक्टर है जो रोड बनाने और बालू की सप्लाई करते हैं.

भारत की छवि खराब करने की साजिश
पुलिस का दावा है कि हिंसा से 15 दिन पहले यानी 11 जनवरी को इन दोनों ने खालिस्तान समर्थक समूह पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन (पीएफजे) द्वारा ऑनलाइन जूम ऐप से एक मीटिंग में हिस्सा लिया था. पुलिस के मुताबिक दिशा रवि के साथ निकिता और शांतनु ने किसानों के आंदोलन के संबंधित ‘टूलकिट’ बनाई थी और भारत की छवि को खराब करने का प्लान तैयार किया गया था.