Home देश आतंकी साजिश का खुलासा:दिल्ली में बड़े हमले की प्लानिंग कर रहे थे...

आतंकी साजिश का खुलासा:दिल्ली में बड़े हमले की प्लानिंग कर रहे थे जैश के आतंकी; बिहार से हथियार लेकर पंजाब के छात्रों से सप्लाई करवाने वाले थे

36
0

6 फरवरी को कश्मीर के शोपियां से गिरफ्तार किए गए लश्कर-ए-मुस्तफा के चीफ कमांडर हिदायतुल्ला मलिक ने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है। मलिक ने पुलिस को बताया कि पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने दिल्ली को दहलाने की साजिश रची थी। इसके लिए दिल्ली के अलग-अलग जगहों और NSA अजीत डोभाल के दफ्तर की रेकी की गई थी।

बिहार से हथियार मंगा रहे आतंकी जम्मू कश्मीर के DIG दिलबाग सिंह के मुताबिक, लश्कर-ए-मुस्तफा का चीफ हिदायतुल्ला मलिक काफी समय से एक्टिव था। वह दिल्ली को दहलाने से पहले जम्मू में अपना अड्‌डा तैयार करने की फिराक में था। उसने बिहार से हथियार मंगवाने के लिए नेटवर्क बनाया था। इन हथियारों को घाटी और देश के अलग-अलग हिस्सों तक पहुंचाने के लिए पंजाब के युवाओं की मदद लेने वाले थे। इन युवाओं को गुमराह करके संगठन में शामिल कर रहा था। अब तक बिहार से 7 से ज्यादा पिस्टल लाए जा चुके हैं।

पुलवामा की बरसी पर बड़ा हमला करने वाले थे

DIG दिलबाग ने बताया कि आतंकियों का रविवार को पुलवामा की दूसरी बरसी पर जम्मू में बड़ा हमला करने का प्लान था। जम्मू बस स्टैंड से मिला IED भी इसी का एक हिस्सा था। IED प्लांट करने की जिम्मेदारी चंडीगढ़ में पढ़ाई करने वाले काजी वसीम की थी। वसीम चंडीगढ़ में ही पढ़ाई करता है। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया। इस IED से जम्मू के रघुनाथ मंदिर, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और लखदाता बाजार में से किसी एक जगह धमाका करने वाले थे।

NSA के दफ्तर की रेकी का वीडियो पाकिस्तान भेजने वाला था
मलिक ने बताया कि उसने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के दफ्तर की रेकी का वीडियो बनाया था। इसे वह अपने पाकिस्तानी हैंडलर को भेजने वाला था। पाकिस्तानी हैंडलर्स के कहने पर ही उसने डोभाल के दफ्तर के साथ कुछ अन्य अहम इमारतों की रेकी भी की थी।

जैश-ए-मोहम्मद ने भारत में नया आतंकी संगठन सक्रिय किया
जम्मू-कश्मीर के DGP दिलबाग सिंह ने बताया कि कुछ समय से भारत में नए आतंकी संगठनों को पाकिस्तान की तरफ से तैयार किया जा रहा है। इनमें लश्कर-ए-तैयबा (TRF) और लश्कर-ए-मुस्तफा (LEM) शामिल है। LEM को अगस्त 2020 से ही सक्रिय किया गया था, जबकि TRF 2019 से सक्रिय है। पुलिस ने दोनों के चीफ कमांडर को पकड़ा लिया गया है।