प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा, ‘ ये टोली ऐसी है जो आंदोलन (Andolan) के बगैर जी नहीं सकती हैं और आंदोलन के जरिए जीने के लिए रास्ते खोजते हैं. हमें ऐसे लोगों को पहचानना होगा. ये हर जगह पहुंचकर गुमराह करते हैं.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आज राज्यसभा (Rajya Sabha) में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए सदन को संबोधित किया. अपने संबोधन की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का अभिभाषण विश्व में एक नई आशा जगाने वाला और आत्मनिर्भर भारत की राह दिखाने वाला था.’ इस मौके पर जहां पीएम मोदी ने विपक्ष के हर एक हमले का जवाब दिया वहीं किसान आंदोलन पर भी अपनी बात रखी. सदन में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘हमने बुद्धिजीवी सुना था, लेकिन कुछ लोग आंदोलनजीवी हो गए हैं, ऐसे लोगों से बचकर रहने की जरूरत है.’
सदन में अपनी बात रखने हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘हम लोग कुछ शब्दों से काफी परिचित हैं, जैसे श्रमजीवी, बुद्धिजीवी लेकिन पिछले कुछ समय से मैं देख रहा हूं कि देश में एक नई जमात पैदा हो गई है, एक नई बिरादरी पैदा हुई है और ये आंदोलनजीवी है. इस जमात को आप देखेंगे तो वह वकीलों के आंदोलन में भी नजर आएंगे, स्टूडेंट के आंदोलन में भी दिखेंगे, मजदूरों के आंदोलन में भी दिखाई देंगे.
कभी पर्दे के पीछे तो कभी पर्दे के आगे. ये पूरी टोली है, जो आंदोलन जीवी है.’
पीएम मोदी ने कहा, ‘ये टोली ऐसी है जो आंदोलन के बगैर जी नहीं सकती हैं और आंदोलन के जरिए जीने के लिए रास्ते खोजते हैं. हमें ऐसे लोगों को पहचानना होगा. ये हर जगह पहुंचकर गुमराह करते हैं.’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये (आंदोलनजीवी) लोग खुद आंदोलन नहीं चला सकते हैं, लेकिन किसी का आंदोलन चल रहा हो तो वहां पहुंच जाते हैं. ये आंदोलनजीवी ही परजीवी हैं, जो हर जगह मिलते हैं.
नया FDI मैदान में आया है, फॉरेन डिस्ट्रक्टिव आइडियोलॉजी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतराराष्ट्रीय साजिश की बात करते हुए कहा कि एक नया FDI मैदान में आया है. फॉरेन डिस्ट्रक्टिव आइडियोलॉजी (Foreign destructive ideology) से देश को बचाने की जरूरत है. पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत किसी सरकार नहीं बल्कि देश का आंदोलन है.