ज्यादातर उत्तर भारत में इस्तेमाल होने वाले सरसों के तेल (Mustard Oil) को खाने के अलावा भी कई चीजों में प्रयोग किया जाता है. जीवाणुरोधी (Antibacterial) होने की वजह से इसमें औषधीय गुण भी भरपूर हैं.
लगभग हर रसोई में पाया जाने वाला सेहत का खज़ाना सरसों का तेल (Mustard Oil) न सिर्फ खाने को स्वादिष्ट बनाता है बल्कि यह सेहत के मामले में भी बहुत फायदेमंद है. ज्यादातर उत्तर भारत में इस्तेमाल होने वाले इस तेल को खाने के अलावा भी कई चीजों में प्रयोग किया जाता है. गर्म तासीर वाले इस तेल को सांस्कृतिक और धार्मिक गतिविधियों में भी इस्तेमाल किया जाता है. जीवाणुरोधी (Antibacterial) होने की वजह से सरसों के तेल में औषधीय गुण भी भरपूर हैं. पुराने जमाने में बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए इससे मालिश भी की जाती थी. यही नहीं, सर्दी जुकाम होने पर बच्चों से लेकर बड़े तक नाक, कान और नाभी में इसे नियमित रूप से डालते थे. सरसों के तेल के ऐसे कई फायदे हैं जिन्हें आप यहां जान सकते हैं.
इस तरह कर सकते हैं प्रयोग
1.सरसों के तेल के सेवन से पाचन शक्ति दुरुस्त रहती है. यह भूख बढ़ाने में भी हेल्प करता है इसलिए अगर आप भी भूख न लगने की समस्या से गुज़र रहे हैं तो खाने में सरसों के तेल का इस्तेमाल करें.
2.इसमें विटामिन जैसे थियामाइन, फोलेट व नियासिन काफी मात्रा में पाए जाते हैं जिससे इससे वजन घटाने में मदद मिलती है. इसकी मालिश से भी शरीर की एक्स्ट्रा चर्बी घटती है.
3.हालांकि अस्थमा का अभी तक कोई स्थाई इलाज नहीं आया है लेकिन गर्म सरसों के तेल में कपूर को डालकर मालिश करने से अस्थमा में भी आराम मिलता है.
4.सरसों के तेल की मालिश से शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है. यह गठिये में भी आराम देता है.
5.दवा की तरह 1 चम्मच सरसों का तेल पीने से खांसी व गले के दर्द में काफी आराम मिलता है.
6.अगर आप फटे होंठों की समस्या से गुज़र रहे हैं तो सर्दियों की रात में सोने से पहले नाभि पर सरसों का तेल लगाएं. इससे फटे होंठ वापस नर्म व मुलायम हो जाएंगे.
7.ज़ुकाम होने, नाक बंद होने या बहने पर 2 बूंद सरसों का तेल नाक में डालें. ज़ुकाम में तुरंत आराम मिलेगा. नाक में खुजली और सूखापन जैसी समस्याओं में भी यह राहत देता है.
8.घर पर हल्दी से बने उबटन में भी सरसों का तेल मिलाया जाता है. यह स्किन की ड्राईनेस को खत्म करता है, जिससे स्किन नैचुरली ग्लो करने लगती है.
9.सरसों का तेल (Mustard Oil) दांत दर्द और पायरिया में भी फायदेमंद है. अगर आप दांत दर्द की समस्या से जूझ रहे हैं तो सरसों के तेल में हल्दी और नमक मिलाकर नियमित रूप से दांतों पर मसाज करें.
10.सरसों का तेल कोलेस्ट्रॉल को संतुलित रखने में मददगार होता है. रिफाइंड ऑयल की तुलना में सरसों के तेल में खाना पकाने से हृदय रोग की संभावना लगभग 70 फीसदी तक कम हो जाती है.
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. tarunpath.com इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.