Kisan Andolan at Singhu Border: किसानों के प्रदर्शन स्थल पर शुक्रवार को एक बार फिर से हंगामा हो गया. खुद को स्थानीय बताने वाले लोगों का एक गुट वहां पहुंचा और धरना समाप्त कर रास्ता खोलने की मांग उठाई.
गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर मार्च के दौरान हुई हिंसा के बावजूद कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करने वाले किसान सिंघु बॉर्डर पर डटे हैं. किसानों के प्रदर्शन स्थल पर शुक्रवार को एक बार फिर से हंगामा हो गया. खुद को स्थानीय निवासी बताने वाले लोगों का एक गुट वहां पहुंचा और धरना समाप्त कर रास्ता खोलने की मांग करने लगे. ये लोग ‘सिंघु बॉर्डर खाली करो’ के नारे लगाने लगे. इससे वहां के हालात इतने बिगड़ गए कि पुलिस को अनियंत्रित भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले तक दागने पड़े. जानकारी के मुताबिक, इस अफरातफरी के बीच प्रदर्शनकारी की तलवार से अलीपुर के SHO प्रदीप पालीवाल घायल हो गए.
सिंघु बॉर्डर पर पुलिस ने कथित तौर पर स्थानीय होने का दावा करने वालों और किसानों पर बल प्रयोग किया. स्थानीय होने का दावा करने वाले लोग विरोध स्थल खाली करने के लिए प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान किसानों से उनकी झड़प हो गई. बताया जाता है कि प्रदर्शनकारियों की ओर से पहले पत्थरबाजी शुरू कर दी गई थी. इसके बाद पुलिस को भी सख्ती करनी पड़ी.
बताया जा रहा है की सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को वहां से हटाने के लिए बवाना और नरेला से कथित तौर पर स्थानीय लोग पहुंचे थे. उन्होंने किसानों पर पत्थरबाजी की और गालियां दीं. कुछ किसानों को लाठियां भी मारी गईं. काफी समय तक पुलिस ने कथित स्थानीय लोगों को समझाया, लेकिन जब हालात बेकाबू होने लगे तो पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े और लाठियां भांजनी पड़ी.