टीएमसी के एक और विधायक अरिंदम भट्टाचार्य बीजेपी में शामिल हो गए. उन्हें बीजेपी नेता भूपेंद्र यादव ने पटका पहनाकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई. इस मौके पर बीजेपी के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अरिंदम भट्टाचार्य ने पीएम मोदी के नेतृत्व में भरोसा जताया है.
पश्चिम बंगाल में चुनाव से पहले ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी तृणमूल (Trinmool Congress-TMC)को मिलने वाले झटकों का सिलसिला जारी है. बुधवार को टीएमसी के एक और विधायक अरिंदम भट्टाचार्य बीजेपी में शामिल हो गए. उन्हें बीजेपी नेता भूपेंद्र यादव ने पटका पहनाकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई. इस मौके पर बीजेपी के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अरिंदम भट्टाचार्य ने पीएम मोदी के नेतृत्व में भरोसा जताया है.
अरिंदम (Arindam Bhattacharya) राज्य की शांतिपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं. इससे पहले शुभेंदु अधिकारी जैसे दिग्गज टीएमसी नेता भी बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. उधर बीजेपी लगातार इस साल प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने के दावे कर रही है.
भाजपा महासचिवों कैलाश विजयवर्गीय, भूपेन्द्र यादव, अरूण सिंह और डी पुरंदेश्वरी तथा पार्टी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन की मौजूदगी में उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई गई. इस अवसर पर विजयवर्गीय ने कहा कि भट्टाचार्य बंगाल के ओजस्वी वक्ता और तेजस्वी नेता हैं जो तृणमूल कांग्रेस की ‘अराजकता’ से तंग आकर भाजपा में शामिल हुए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बहुत प्रसन्नता है कि एक युवा नेता जो बंगाल की राजनीति में महत्वपूर्ण दखल रखते हैं, वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व पर भरोसा जताते हुए आज भाजपा की सदस्यता ले रहे हैं.’
राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस पार्टी से की थी
अरिंदम भट्टाचार्य को टीएमसी के युवा और प्रभावशाली नेताओं में शुमार किया जाता है. हालांकि अरिंदम ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस पार्टी से की थी. पेशे से वकील अरिंदम पश्चिम बंगाल यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं. वो 2001 से 2017 तक कांग्रेस में थे. फिर 2017 में उन्होंने तृणमूल कांग्रेस जॉइन की थी.
2016 में कांग्रेस की तरफ से TMC के प्रत्याशी को हराकर बने थे विधायक
2016 के विधानसभा चुनाव में जब राज्य में तृणमूल की लहर थी तब अरिंदम ने कांग्रेस का प्रत्याशी रहते हुए शांतिपुर सीट पर TMC के अजॉय डे को हराया था. लेकिन फिर एक साल के भीतर ही वो कांग्रेस छोड़कर तृणमूल में चले गए थे. अब इस साल फिर से विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि शांतिपुर सीट पर अरिंदम बीजेपी का झंडा बुलंद कर सकते हैं.